मसूरी
पर्यटन नगरी मसूरी में एक बार फिर उत्तराखंड परिवहन निगम की बस के ब्रेक फेल हो गये, लेकिन चालक ने सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया, बस में सवार 40 यात्रियों की जान बच गयी व किसी को खरांेेच तक नहीं आयी।
मसूरी में इन दिनों पर्यटन सीजन जोरों पर चल रहा है लेकिन अभी भी उत्तराखंड परिवहन निगम खटारा बसों के चला रहा है व यात्रियों की जान को जोखिम में डाल रहा है। मसूरी के लाइब्रेरी बस स्टैण्ड से देहरादून जाने वाली उत्तराखंड परिवहन निगम की बस जैसे ही स्टैण्ड से मात्र पाचस मीटर चली उसके ब्रेक फेल हो गये। लेकिन चालक धीरज मुनि शाह की सूझबूझ से उन्होंने बस को पदमिनी निवास होटल जाने वाले संपर्क मार्ग पर चढा पहाड़ी से टकरा दिया। जिससे बस में सवार 40 लोगों की जान बच गई वरना जरा सी लापरवाही से बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। क्योकि उस स्थान पर गहरी खाई है। वहीं इन दिनों सीजन होने के कारण इस मार्ग पर जाम लगा रहता है अगर पहाड़ी पर न टकराता तो रोड पर चल रहे कई वाहनों से टकराती व कई वाहन खाई में गिर जाते। चालक धीरज मुनि शाह ने बताया कि बस का ब्रेक प्रेशर लीक हो रहा था जैसे ही ब्रेक लगाये तो पैडल नीचे बैठ गया जिस पर उन्होंने एक संपर्क मार्ग पर चढा पहाडी से टकरा दिया वरना बडा हादसा हो सकता था क्योकि नीचे गहरी खाई थी व वहीं रोड पर चल रहे वाहनों से टकरा जाती। उन्होंने कहा कि अभी सवारियों को ले जाने का प्रबंध किया गया है उसके बाद अधिकारियों को सूूचित किया जायेगा। बस के परिचालक शुभम ममगाई ने बताया कि बस जैसे ही लाइब्रेरी से देहरादून की ओर चली बस का पैडल बैठ गया लेकिन बस चालक ने बस को पहाड़ी पर मार दिया किसी यात्री को चोट नहीं आयी व बस पूरी भरी थी जिसमें चालीस सवारी थी। बस में सवार पंजाब लुधियाना के पर्यटक विक्की ने बताया कि वह बस की तीसरी नंबर की सीट पर बैठे थे जैसे ही बस चली कुछ देर बाद ही डिस्बैलेंस हुई व इतने में चालक ने पहाड़ी पर चढा दी। अगर वहां न चढाता तो सभी खाई में होते व रोड पर चलने वाली अन्य गाड़ियां भी साथ में जाती। उन्होंने कहाकि दुर्घटना का कारण खटारा बसे चलाना है, यहंा पर इतनी लूट है और सरकार पैसा कमा रही है तो लगाना भी चाहिए। ऐसे में पर्यटक कैसे आयेगे क्यों कि पर्यटक ही पैसा देकर जाता है लेकिन सुविधा के नाम पर खटारा बसे संचालित की जा रही हैं। मालूम हो कि विगत दिनों मसूरी से देहरादून जा रही एक बस वन सुमन के समीप खाई में गिर गयी थी जिसमें एक महिला की मौत हो गई थी व तीन दर्जन से अधिक घायल हो गये थे। लेकिन उसके बाद भी परिवहन निगम नहीं जागा खटारा बसे मसूरी भेजता रहा है। जबकि विभाग नई बसों को संचालित करने की बात कहती रही लेकिन एक भी नई बस नहीं चलाई गयी।