मसूरी
जाम के झाम से आजिज आ गए सैलानी, हो रहे परेशान मसूरीवासी भी, सड़कों पर मुस्तैदी से नही दिखती यातायात पुलिस
पर्यटन नगरी में पर्यटकों की आमद बढ़ने से सड़कें व संपर्क मार्ग जाम से जूझ रहे हैं, मालरोड पर भी जाम लग रहा है। जिसके चलते स्थानीय लोगों व पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस व प्रशासन की व्यवस्था पूरी तरह से फेल होती नजर आ रही है। मालरोड पर वाहनों को रोकने में पुलिस व प्नशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
मसूरी में सीजन चढते ही जाम से बुरा हाल हो रहा है। सबसे लंबा जाम लाइब्रेरी से किंक्रेग तक हर रोज लग जाता है वहीं लाइब्रेरी से मोतीलाल नेहरू मार्ग, लाइब्रेरी कैंपटी मार्ग, लंढौर से लाल टिब्बा मार्ग, किंक्रेग से पिक्चर पैलेस मार्ग घटाघर से सिविल अस्पताल मार्ग, पिक्चर पैलेस से लंढौर मार्ग सहित अन्य संपर्क मार्गों सहित मालरोड पर भी जाम लग रहा है विशेष कर लाइब्रेरी व पिक्चर पैलेस बैरियर, बाटा की चढाई से रियाल्टो चैक तक दिन में कई बार जाम लग जाता है जिसका प्रमुख कारण रोडो के किनारे खड़े दुपहिया वाहन व चार पहिया वाहन है। मालरोड पर हर दुकानों के आगे दुकानदारों के वाहन खडे रहते हैं जिसके कारण मालरोड संकरा हो गया है लेकिन इस ओर न ही नगर पालिका और न ही प्रशासन व पुलिस ध्यान दे रही है। कहीं भी चैक चैराहों पर पुलिस नजर नहीं आती अधिकतर पुलिस गांधी चैक क्षेत्र में तैनात की गई है जहा सबसे अधिक जाम लगता है। हरक्षेत्र में जाम लगने से जनता व पर्यटक परेशान है वहीं प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए जा रहे है। पालिका पैसा कमाने के चक्कर में बड़ी संख्या में वाहनों को मालरोड पर भेज देती है वहीं प्रतिबंधित समय में भी मालरोड पर लगातार वाहन चलते व बैरियर से अंदर जाते देखे जा सकते हैं। रात को मालरोड पूरी तरह दुपहिया वाहनों व चार पहिया वाहनों के लिए बंद रहता है लेकिन रात को भीड़ को चीरते चार पहिया वाहन व तेज रफतार दुपहिया वाहन नजर आ जायेंगे। पूरे जाड़ों भर झूलाघर पर बोलार्ड प्रतिबंधित समय में खड़े कर दिए जाते थे लेकिन सीजन आते ही बोलार्ड खराब हो गये अब मालरोड पर वाहनों को रोकने का कोई साधन नहीं है। जिससे पुलिस, नगर पालिका व प्रशासन की व्यवस्था व कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे है