मसूरी। मसूरी कैम्पटी मार्ग पर बड़ी संख्या में बांज के हरे पेड़ांे की बलि दी जा रही है। मसूरी और आसपास के इलाके में लाॅक डाउन और उसके बाद चुनाव आचार संहिता के चलते वन माफिया और बिल्डर सक्रिय हो रखे हैं। कुठालगेट से लेकर कैंपटी तक अवैध निर्माण कार्यों की बाढ़-सी आ गई है। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण और वन विभाग के अधिकारी चुनाव संपन्न कराने में व्यस्त रहे तो इन दिनों भू माफिया और बिल्डरों ने जमकर अवैध निर्माण करवाए। इसकी बानगी भर है मसूरी-कैंपटी रोड के चारों और हरे पेड़ों का अवैध कटान। लंबे समय बाद ही सही वन विभाग की नींद टूटी है। डीएफओ ने संज्ञान लिया कुछ लोगों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत चालान की कार्रवाई की गई।
मसूरी कैम्पटी रोड पर होटल वाइल्ड फ्लावर से दो सौ मीटर पहले बड़ी संख्या में बांज के पेड काटे गये व घने जंगल को साफ कर दिया गया। बताया गया कि वहां पर पहले घना जंगल था जो अब प्लाट बन चुका है। जिसकी शिकायत मसूरी वन प्रभाग की डीएफओं कहकशां नसीम को की गई जिस पर उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को मौके पर भेजा व दो लोगों को पकड़ा व उनके खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए चालान किया गया। डीएफओ कहकशां नसीम ने कहा कि वह कैम्पटी रोड पर वनों के कटान की शिकायत को स्वयं संज्ञान लेकर देखेंगी व वन क्षेत्र का गूगल निरीक्षण भी करवायेंगी, जिससे सही स्थिति की जानकारी मिल सके।
बता दे कि इन दिनों मसूरी के विभिन्न क्षेत्रों में पेड़ों के काटे जाने की सूचनाएं सुर्खियों में है। जिस पर वन विभाग की टीम लगातार सख्ती करते हुए गश्त कर रही है। इस संबंध में डिप्टी रेंजर जगजीवन राम ने बताया कि डीएफओ के निर्देश पर वह वन कर्मचारियों की टीम को लेकर मौके पर गये व वहां पर दो लोगों को पकड़ा व उनका चालान किया गया। उन्होंने कहा कि जहां पर भी पेड़ काटने की सूचना मिलेगी वन विभाग कड़ी कार्रवाई करेगा। उधर मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अभियंता अतुल गुप्ता ने कहा कि नगर में हो रहे अवैध निर्माणों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बताते चलेे कि लंबे समय से मसूरी पालिका क्षेत्र और आसपास के इलाकों में बेरोकटोक अवैध निर्माण कार्य जोरों पर चल रहे है। विभाग की हीलाहवाली के चलते बिल्डरों के हौंसले बुलंद है। नगर के बिना मानचित्र स्वीकृति के दर्जनों अवैध निर्माण कार्यो को अंजाम दिया जा रहा है।