छात्राओं की प्रस्तुतियों ने अभिभावकों को अभिभूत किया@ वैदिक मंत्रों के साथ उल्लास मना मसूरी इंटरनेशनल स्कूल का वार्षिक समारोह

उत्तराखंड मसूरी शिक्षा

मसूरी
विष्व विख्यात मसूरी इंटरनेशन स्कूल का 38वां वार्षिक पुरूस्कार उल्लास के साथ मनाया गया। समारोह में छात्राओं ने भारतीय वैदिक और पौराणिक संस्कृति पर आधारित भारत नाट्यम कथक और अमेरिकन गीत संगीत फयूजन पर आधारित नृत्य की प्रस्तुति से अभिभावक को अभिभूत कर दिया। छात्राओं की प्रस्तुति ने जमकर तालियां बटोरी और दर्षकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की षुरूआत वैदिक मंत्रों के साथ हुई और संपन्न भी गायत्री मंत्र से किया गया। विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्षन करने वाली छा़त्राओं को प्रषस्ति पत्र और मेडल से नवाजा गया। पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि निदेशक एफआरआई डा. रीनू सिंह ने कहा कि मसूरी इंटरनेशनल स्कूल शिक्षा के साथ भारतीय संस्कृति को आगे बढाते हुए हर क्षेत्र में बच्चों के भविष्य निर्माण का कार्य कर रहा है।
मसूरी मसूरी इंटरनेशनल स्कूल का वार्षिक पुरूस्कार एवं विदाई समारोह भव्यता के साथ आयोजित किया गया। इस मौके पर बच्चों ने वैदिक मंत्रों का उच्चारण कर पूरे प्रांगण को आध्यात्मिक उर्जा से भर दिया। विद्यालय की प्रधानाचार्य मीता शर्मा ने मुख्य अतिथि निदेशक एफआरआई को गुलदस्ता देकर स्वागत किया। वहीं बच्चों ने मन मोहन गणेश वंदना से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी वहीं भारतीय शास्त्रीय संगीत व पाश्चात्य संगीत की जुगलबंदी प्रस्तुत की। इसके बाद कक्षा एक से लेकर कक्षा 12 तक की मेधावी छात्राओं को मुख्य अतिथि डा. रीनू सिंह पुरूस्कार वितरित किए। इस मौके पर मुख्य अतिथि डा. रीनू सिहं ने कहा कि विद्यालय में बच्चों को भारतीय संस्कृति व संस्कार युक्त माडर्न शिक्षा दी जा रही है तथा बच्चों की हर क्षेत्र में प्रतिभा को निखारने का कार्य किया जा रहा है। जो कि इस विद्यालय को अन्य विद्यालयों से अलग करता है। इसके लिए विद्यालय के सभी छात्राओं के साथ प्रधानाचार्या व शिक्षक बधाई के पात्र हैं। उन्होेने उम्मीद जताई कि यहां से पढ़ने के बाद बच्चे हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा, आत्मविश्वास व नेतृत्व क्षमता के बल पर अपने भविष्य का निर्माण कर सकेंगे। इस मोके पर प्रधानाचार्या मीता शर्मा ने कहा कि मसूरी इंटरनेशनल स्कूल छात्राओं को भारतीय सभ्यता, संस्कृति व राष्ट्रीयता की भावना व सांस्कृतिक विरासत व मूल्यों पर आधारित शिक्षा दे रहा है। उन्होंने उम्मीद की कि भारत की आजादी के अमृत महोत्सव में यह निश्चित ही यहां की छात्रायें विद्यालय की शिक्षा समाप्त करने के बाद विश्व स्तर पर अपना मुकाम हासिल कर विद्यालय का नाम रोशन करेंगी। इस मौके पर आईएफएस धीरेंद्र वर्मा सहित अभिभावक व अतिथि भी मौजूद रहे।

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