बारिश और बर्फबारी के फिर चारधाम यात्रा चालू

उत्तराखंड

देहरादून

केदारनाथ में हुई बारिश और बर्फबारी के बाद प्रशासन द्वारा पुनः सभी यात्रा मार्गों को सुचारु रूप से खोल दिया गया है। इसके साथ ही केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाएं भी पुनः आरंभ हो गई हैं। वहीं, यात्रा मार्ग पर बारिश के कारण हुए अवरुद्ध मार्गों को सुचारु करने तथा या‌त्री सेवाओं को बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग तथा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

रुद्रप्रयाग जिले के सिरोबगड़ में मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति में खिर्सू-खेडाखाल खांकरा मार्ग पर वैकल्पिक मार्ग बनाए गए हैं। इसके साथ ही यात्रा मार्ग पर विभाग द्वारा मार्ग अवरुद्ध होने की स्थिति से निपटने के लिए मशीनें और कार्मिक तैनात किए गए हैं। वहीं, केदारनाथ पैदल मार्ग में जाम की स्थिति से निपटने व यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए घोड़े-खच्चरों के लिए सोनप्रयाग से मुनकटिया, गौरीकुंड तक करीब चार किलोमीटर लंबा पैदल मार्ग पुर्नस्थापित किया गया।

यमुनोत्री पैदल मार्ग पर तीर्थयात्रियों की भारी तादाद को देखते हुए वैकल्पिक पैदल मार्ग खोल दिया गया है। यमुनोत्री एवं केदारनाथ पैदल मार्ग यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से लोक निर्माण विभाग द्वारा रेलिंग लगाई जा रही है। बदरीनाथ मार्ग कर्णप्रयाग एवं नंदप्रयाग के बीच बंद होने की स्थिति में धारडुंग्री-मैखुरा-कण्डरा-सोनला मार्ग को वैकल्पिक मार्ग के रूप में यातायात हेतु तैयार किया गया है।

चारधाम यात्रा मार्ग पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल, होमगार्ड, पीआरडी तथा पीएससी तैनात की गई है। किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए चारों मार्गों पर एसडीआरएफ की टोलियां भी तैनात हैं। पर्यटन विभाग की ओर से चारों धामों की धारण क्षमता के अनुरूप ही ऑनलाइन पंजीकरण किए जा रहे हैं। जबकि जिन यात्रियों ने अपनी ‌टिकट बुक करा ली हैं तथा वे दुसरे राज्यों से उत्तराखण्ड आ चुके हैं उनके लिए एसडीआरएफ के माध्यम से तत्काल ऑनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है। आईएसबीटी ऋषिकेश में पर्यटन विभाग व एसडीआरएफ द्वारा 25 मई 2022 को कुल लगभग 700 ऑनलाइन पंजीकरण किए गए। परंतु यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी दशा में इस सुविधा का दुप्रयोग न हो।

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