विकासनगर
सुभारती विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज रिसर्च (CASR) विभाग द्वारा इंटरैक्टिव वर्चुअत कंटीन्यूजस एजुकेशन प्रोग्राम “सुनारती इ-कनेक्ट” का शुभारम्भ एवम विश्वविधालय के नवनिर्मित कौन्सिल भवन का उदघाटन सुभारती समूह के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ० अतुल कृष्ण द्वारा किया गया।
उद्घाटन कार्यक्रम में डॉ अतुल कृष्ण ने कहा कि सुभारती का उद्देश्य आम जनमानस को सुलभ शिक्षा व चिकित्सा उपलब्ध कराना है ताकि विद्यार्थी सूचना एवं तकनीकी युग में गहन शोध कर अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़े कर देश को उन्नत बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ० राजेश मिश्रा ने अपने सम्बोधन में बताया कि विश्वविद्यालय सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज & रिसर्च (CASR) विभाग द्वारा देश भर के विद्यार्थियों के अनुसंधान में सहयोग करने के लिए इंटरैक्टिव वर्चुअल कंटीन्यूअस एजुकेशन प्रोग्राम “सुभारती इ-कनेक्ट” की शुरुवात की गयी है। उन्होंने विद्यार्थियों के साथ-साथ एकेडेमेक रिसर्च कार्यों में लगे प्रोफेशनल्स, फैकल्टी सदस्यो एवं विद्यार्थियों से अपील कि ये सुनारती इ-कनेक्ट प्रोग्राम में सम्मिलित होकर इसका लाभ उठाएं।
विश्वविद्यालय के उप कुलपति एवं सेंटर फॉर एडवास स्टडीज & रिसर्च (CASR) के विभाग अध्यक्ष डॉ० देवव्रता रॉय ने जानकारी देते हुए कहा कि “सुभारती इ-कनेक्ट” शिक्षा की गुणवत्ता को और सुधारने एवं समग्र शिक्षा विकास के उद्देश्य से विभाग द्वारा यह कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। कार्यक्रम के अंतर्गत समग्र शिक्षा के लिए प्रासंगिक सामग्री के साथ अंतर-विषयक बनाया गया है । इस कार्यक्रम के अंतर्गत विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तावित पाठ्यक्रमों व कार्यक्रमों को शामिल किया गया है और वर्क्युअल माध्यम से चर्चा परिचर्चा एवं संगोष्ठी आयोजित की जाएगी।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षा के उद्देश्य से विश्वविद्यालय के प्रत्येक संकाय द्वारा मासिक कार्यक्रम के तैयार किया जायेगा। विभिन्न क्षेत्रों के शिक्षाविद, शोधकर्ता, प्रतिष्तित विद्धार्ना एवं अतिथि व्याख्यान द्वारा संगोष्ठी, पैनल चर्चा आदि आयोजित की जाएगी।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री खालिद हसन द्वारा भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे ‘विकसित भारत 2047’ युवाओं की आवाज कार्यक्रम के बारे में वर्चुअल माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने राष्ट्र को विकसित बनाने के लिए विश्वविद्यालय के कर्मचारीगण एवं विद्यार्थियों को प्रतिज्ञा दिलाई गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अन्य विभागों के प्राचार्य उपस्थित रहे।