डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का 123वां जन्म दिवस मनाया

मसूरी

मसूरी। डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का 123वां जन्म दिवस भाजपा मसूरी मंडल ने तिलक लाइब्रेरी प्रांगण में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर मनाया व मिष्ठान वितरित किया गया। इस मौके पर उनके देश हित में किए गये कार्यों के बारे में विस्तार से अवगत कराया गया।
डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जन्म दिवस पर भाजपा मसूरी मंडल के अध्यक्ष राकेश रावत ने कहा कि उनकी जयंती सार्वजनिक रूप से बाल गंगाधर तिलक लाइब्रेरी प्रांगण में भाजपा मसूरी मंडल के कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर मनाई व मिष्ठान वितरित किया गया। उन्होंने कहाकि वहीं भाजपा मंडल के सभी बूथों पर डा. मुखर्जी को याद किया जा रहा है। मंडल अध्यक्ष राकेश रावत ने कहा कि केंद्र व राज्य की सरकार उनके पदचिन्हों पर चलकर कार्य कर रही है व उनके सपनों को साकार करने का प्रयास कर रही है। इस मौके पर पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल ने कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जहां जनसंघ के संस्थापक थे वहीं वह महान चिंतक, शिक्षाविद, राजनेता थे जिन्होंने भारत की एकता व अखंडता के लिए अंतिम समय तक कार्य किया। उन्हांेने जनसंघ की स्थापना की व राष्ट्रवाद के प्रति देश की जनता को जागरूक किया व देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। इस मौके पर पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल ने कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने पूरे जीवन देश की एकता व अखंडता के लिए कार्य किया। उन्होंने कश्मीर को भारत का अंग माना व हमेशा एक देश एक विधान व एक निशान के लिए कार्य किया। उन्होंने कहा था कि एक देश में दो विधान, दो निशान नहीं हो सकते। जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने उनके सपनों को साकार किया व कश्मीर से धारा 370 को समाप्त किया। कार्यक्रम में भाजपा के मसूरी मंडल महामंत्री कुशाल राणा ने कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखजी का जन्म 6 जुलाई 1901 को बंगाल में हुआ था तथा उन्होंने देश की आजादी के आंदोलन में भाग लिया व देश आजाद होने के बाद प. जवाहर लाल नेहरू की सरकार में केंद्रीय मंत्री उद्योग एव आपूर्ति रहे। लेकिन बाद में उन्होंने प्रधानमंत्री की विचारधारा को स्वीकार नहीं किया व केंद्र सरकार से स्तीफा दे दिया था उनकी मृत्यु कश्मीर में 23 जून 1953 को हुई थी। इस मौके पर भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने देश की एकता व अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। ऐसे महान नायक के पद चिन्हों पर चलकर देश की एकता व अखंडता के लिए कार्य करना चाहिए तथा राष्ट्रवाद को प्रमुखता देनी चाहिए। इस मौके पर अमित भटट, राकेश अग्रवाल, भाजपा मंडल उपाध्यक्ष अरविंद सेमवाल, रजत अग्रवाल, सतीश ढौंडियाल, विजय बिंदवाल, अभिलाष, आशीष जोशी, सानू वर्मा सहित भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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