मसूरी
आर्य समाज मसूरी के वार्षिकोत्सव के द्वितीय दिवस के कार्यक्रम में द्रोणस्थली आर्ष कन्या गुरुकुल देहरादून की आचार्या डॉ अन्नपूर्णा तथा ब्रहमचारिणियों द्वारा देवयज्ञ सम्पन्न किया गया। यज्ञोपरान्त पंडित दिनेश पथिक ने अपने सुमधुर भजनों से सभी को आल्हादित किया।
आर्य समाज मंदिर सभागार में आयोजित वार्षिकोत्सव के मुख्य वक्ता आचार्य डॉ कपिल मलिक ने श्रद्धालुओं को देव की व्याख्या करते हुए बताया कि प्रथम देव परमपिता परमेश्वर है। व्यवहार के देवों में माता, पिता, आचार्य, अतिथि और पति, पत्नी परिगणित होते है। इन सभी की श्रद्धा भाव सेवा, सत्कार करना ही इनकी पूजा है। कार्यक्रम में विद्यार्थियों के लिए विद्यार्थी जीवन मे आने वाली समस्याएं एवं उनका समाधान विषय पर विद्वान वक्ताओं ने विचार प्रस्तुत किये जो विद्यार्थियों को बहुत सुंदर लगे, साथ ही मांस का भोजन और नशा न करने का संकल्प भी विद्यार्थियों को दिलाया गया। अजय कुमार आर्य एडवोकेट गाजियाबाद यज्ञ के यजमान रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन आनन्द रस्तोगी ने किया। कार्यक्रम में नगर के अनेकों विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। अन्त में आचार्या डॉ अन्नपूर्णा ने यजमानों को आशीर्वाद दिया। आर्य समाज के प्रधान नरेन्द्र साहनी ने सभी का धन्यवाद प्रकट किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में आर्य समाज के सदस्य व अतिथि मौजूद रहे।