मसूरी
मुख्यमंत्री के मसूरी पहुंचने पर विभिन्न संगठनों ने मुख्यमंत्री को विभिन्न समस्याओं के समाधान करने हेतु ज्ञापन दिए। भाजपा मसूरी मंडल के पूर्व अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को मंत्री व मसूरी विधायक गणेश जोशी के माध्यम से ज्ञापन दिया। जिसमें मांग की गई कि वर्ष 2021 में लोकार्पण किए गये टाउन हाल को आम जनता के लिए खोला जाय, मसूरी उप जिला चिकित्सालय में किडनी रोग से पीढितों को राहत देने के लिए उप जिला चिकित्सालय में डायलेसिस की मशीन लगाई जाय, हाथी पांव में पर्यटन विभाग की खाली पड़ी भूमि पर ईको उद्योग या उच्च शिक्षण संस्थान खोला जाय, सर्वे आफ इंडिया की खाली पडी भूमि पर राष्ट्रीय संस्थान या तकनीकि शिक्षा का केंद्र खोला जाय, मसूरी में प्राइवेट संपत्तियों का सीमांकन कार्य पूरा किया जाय व जिन संपत्तियों का सीमांकन हो चुका है उसकी लिस्ट जारी की जाय, झडीपानी कोल्हूखेत नगर पालिका संपर्क मार्ग का चैडीकरण कर वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाया जाय, झडीपानी व माॅसी फाॅल का सौदर्यीकरण किया जाय, भिलाडू में खेल मैदान व स्टेडियम बनाया जाय, शहर में छोटी छोटी पार्किगों का निर्माण किया जाय ताकि जाम से हो रही परेशानी से बचा जा सके, लाइब्रेरी मरेपंप नगर पालिका रोड को कार्ट मैकंजी रोड से जोडा जाय ताकि जाम से निजात मिल सके व गढवाल सभा भवन को भूमि व धन उपलब्ध करवायी जाय।
भारतीय जनता युवा मोर्चा मसूरी मंडल के महामंत्री सुमित भंडारी में मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर शहर की समस्याओं के समाधान की मांग की है। उन्होंने ज्ञापन में लगातार सूखे नशे के बढते व्यापार के प्रति कार्रवाई की मांग की है ताकि आये दिन शहर के माहौल को खराब होने से बचाया जा सके, मसूरी में खेल मैदान की कमी को दूर कर खेल मैदान बनाया जाय ताकि यहां की प्रतिभाओं को आगे बढने का अवसर मिल सके। लंबे समय से भिलाडू स्टेडियम की मांग को पूरा किया जाय व सर्वे के मैदान को निःशुल्क उपलब्ध करवाया जाय, मसूरी में एमडीडीए के बढते भ्रष्टाचार पर रोक लगायी जाय व आम गरीबों के मकान बनाने के नक्शेे पास किए जाय।
मजदूर संघ के अध्यक्ष रणजीत चैहान व महामंत्री संजय टम्टा ने मुख्य मंत्री को ज्ञापन देकर मांग की कि मसूरी में साइकिल रिक्शा को बंद कर उसके स्थान पर ई रिक्शा के संचालन की व्यवस्था की जाय, सिफन कोर्ट के बेघर किए गये मजदूरों को आवास उपलब्ध करवाये जाय, बेकरी हिल कार पार्किग पूर्व में हाथ रिक्शा उन्मूलन के तहत मजदूर संघ के नाम से आवंटित की जाती थी जिसे पालिकाध्यक्ष ने अपने चहेतो को दे दी उसे वापस मजदूर संघ सचिव के नाम किया जाय।