श्रीमद भागवत कथा के दूसरे दिन परीक्षित जन्म व पांडव स्वर्गारोहिणी के प्रसंग सुन श्रोता हुए मंत्रमुग्ध

मसूरी

मसूरी। राधाकृष्ण मंदिर में आयोजित श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन कंसचारणूर मर्दन, देवकी परमानंद कृष्ण वंदे जगदगुरूम, राजा परीक्षित का जन्म व पांडवों का स्वर्गारोहण के साथ कलयुग के पदापर्ण की कथा सुनाई गई। कथा सुन श्रोता मंत्रमुग्ध हुए। इस दौरान भक्ति संगीत से श्रद्धालू झूमते रहे।
अजय उनियाल स्मृति न्यास के तत्वाधान में मसूरी के राज्य आंदोलन में हुए शहीदों, सहित अजय उनियाल एवं जगदंबा प्रसाद की याद में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन राधाकृष्ण मंदिर में किया जा रहा है। कथा के दूसरे दिन व्यास कपिल देव शास्त्री ने अपने मुखार्विदं से राजा परीक्षित के जन्म की कथा सुनाई वहीं पांडवों के स्वार्गारोहण के साथ ही कलयुग के पदार्पण व उसमें राजा परीक्षित से कलयुग का स्थान मांगने की कथा विस्तार से सुनाई। कथा के दौरान परीक्षित को शाप मिलना व उसकी मुक्ति के लिए सुखदेव जी से श्रीमदभागवत पुराण ज्ञान यज्ञ करवाने की कथा भी सुनाई गई। बड़ी संख्या में कथा सुनने पहुंचे श्रद्धालुओं ने कथा का श्रवण बड़े ही उत्साह व आनंद से सुना वहीं भक्तिमय संगीत से श्रद्धालु झूमते रहे। कथा में बाल व्यास अर्जित नारायण ने श्लोक सुनाकर श्रोताओं में ज्ञान की गंगा बहाई। इस मौके पर आचार्य सुनील नौटियाल, आचार्य मस्तराम नौटियाल, मनीष नौटियाल, संदीप जोशी, शेखर नौटियाल, अनिल गोदियाल, कथा संयोजक नागेद्र उनियाल, नरेंद्र पडियार, कमल बिष्ट, देवेंद्र उनियाल, राजेंद्र रावत, व्यापार संघ अध्यक्ष रजत अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, बलवंत सिंह, पुष्पा पुंडीर, रीता रावत, पुष्पा पडियार, लीला कंडारी, सोनल अग्रवाल, प्र्रदीप भंडारी आदि मौजूद रहे।

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