जोत सिंह की सौम्यता के कायल हैं लोग@राजनीति की पाठशाला माना जाता है

उत्तराखंड मसूरी राजनीति

 मसूरी।

टिहरी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने पर पूर्व विधायक जोत सिंहं गुनसोला को बधाई देने वाला का तांता लगा हुआ है। सौम्य और सरल स्वभाव के जोतसिंह गुनसोला को मसूरी में राजनीति की पाठशाला के रूप  जाना जाता है।
बतातें चले कि जोत सिंह गुनसोला का जन्म 10 फरवरी 1954 को टिहरी गढ़वाल के धारमंडल पट्टी में हुआ। इनके पिता स्व बुलक सिंह गुनसोला मसूरी में स्वीट शाॅप चलाते थे। प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा गांव में ही हुई। श्री सिंह ने मसूरी एमपीजी काॅलेज में उच्च शिक्षा ग्रहण की। और यही से छात्र राजनीति में प्रवेश किया। 1972 के दशक में वे एमपीजी काॅलेज में छात्रसंघ में महासचिव रहे। 1973 से 1979 तक देहरादून जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष रहे। 1976 में आॅल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे। उसके बाद लगातार कांग्रेस में विभिन्न पदों पर काम किया। वर्ष 1988 में पहली बार नगरपालिका परिषद मसूरी में अध्यक्ष पद पर सीधे तौर पर जीत हांसिल की। यह बड़ा ही रोचक चुनाव था। इससे पहले पालिका बोर्ड करीब 17 साल तक प्रशासक के हवाले थी। दूसरी बार भी वर्ष 1997 से 2002 तक पालिकाध्यक्ष रहे। वर्ष 1990 में उत्तर प्रदेश विधान परिषद का चुनाव लड़ा लेकिन निकटतम प्रतिद्वंदी नवप्रभात से हार गए। श्री सिंह दो बार लगातार नगरपालिका अध्यक्ष पद पर विराजमान रहे। राज्य गठन के बाद पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में वर्ष 2002 में मसूरी विधानसभा से विधायक चुने गए। एनडी तिवारी सरकार में इन्हें राज्य मंत्री का दर्ज़ा दिया गया, और कृषक मित्र परिषद का अध्यक्ष का दायित्व दिया गया। इसके बाद 2007 में पुन मसूरी से विधायक चुने गए। और 2012 तक विधायक रहे। 2012 में मौजूदा विधायक गणेश जोशी से हार गए। बावजूद श्री सिंह राजनीति में सक्रिय रहे। इंटक के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। इसके बाद पिछले दस साल से उत्तराखंड क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रहे। श्री सिंह मूलरूप से टिहरी जिले के रैका-धारमंडल के मूल निवासी हंै। मसूरी में इनके पूर्वज मिठाई के व्यापार करते आ रहे है। लेकिन श्री सिंह ने कभी भी दुकान पर बैठकर काम नही किया। विशुद्व रूप से राजनीति की है। श्री गुनसोला को वर्ष 2010 में उत्कृष्ट विधायक के खिताब से भी नवाजा गया। इसके साथ ही 2012 में दून सिटीजन कौंसिल ने भी मिल चुका है। श्री सिंह की राज्य निर्माण में अहम भूमिका रही। वे उत्तराखंड संघर्ष समिति के अहम पद पर रहे। और आंदोलन का लगातार गति। 2 सितंबर 1994 को 47 आंदोलनकारियों के साथ इन्हें भी बरेली जेल भेज दिया गया।
पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला ने टिहरी लोक सभा से कांग्रेस का प्रत्याशी बनाये जाने के बाद मसूरी में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह जनता का प्यार व आशीर्वाद है कि कांग्रेस ने उन्हें प्रत्याशी बनाया। उन्होंने इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश व राष्ट्रीय नेतृत्व का विशेष आभार व्यक्त किया व कहा कि लंबे समय से टिहरी लोकसभा की जनता महारानी से त्रस्त है व विकास का सूखा पड़ा है और पूरी उम्मीद है कि टिहरी की जनता बदलाव की लहर यहां से लायेगी। व प्रयास रहेगा कि जनता की आशा व विश्वास पर खरा उतरू। उन्होंने कहा कि टिहरी से जो परिवर्तन की लहर चलेगी व दिल्ली तक जायेगी। उन्होंने कहा कि कांगे्रस के पास मुददे है सामाजिक न्याय व आर्थिक न्याय के साथ राजनैतिक न्याय की बात कर रहे है व कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पूरे देश में न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। महिलआो व समाज के कमजोर वर्ग पर अत्याचार हो रहा है उसकी बात कांग्रेस कर रही है। मणिपुर के लोगों के साथ जो अन्याय हुआ उसकी जिम्मेदार भाजपा है। प्रधान मंत्री अपने मन की बात तो करते है लेकिन एक बार भी प्रेस के सामने नहीं आये। उन्होंने कहा कि चुनाव में टिहरी लोक सभा के मुददे रहेंगे जिसमें पलायन, रोजगार, स्कूल प्राथमिकता होगी। अगर जनता ने एकतरफा अवसर दिया तो अस्पतालों में उपकरण होंगे ऐसा नहीं कि मसूरी के सिविल अस्पताल की तरह होगा। महंगाई चरम पर है, साढे आठ लाख करोड की देश की हानि हुई है। सारे संस्थान पूजी पतियों के हवाले कर रही है। इस मौके पर भगवान सिंह धनाई, रमेश राव, आदि भी मौजूद

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