मसूरी
नगर पालिका परिषद ने जनता को बंदरों व लंगूरों के आंतक से मुक्ति दिलाने के लिए पहले चरण में बंदरों को पकड़ने का कार्य शुरू कर दिया है। विभिन्न क्षेत्रों से अभी तक करीब 160 बंदर पकड़े जा चुके हैं।
पर्यटन नगरी में विगत लंबे समय से बंदरों व लंगूरों का आतंक मचा हुआ है। जिसके कारण आये दिन बंदरों के काटने से लोगों में भय व्याप्त है। लगातार पालिका प्रशासन से बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए गुहार की जा रही है जिस पर पालिका परिषद ने जनता की मांग को देखते हुए बंदर पकड़ने वाली टीम बुलाई है और मसूरी के विभिन्न क्षेत्रों में बंदरों के पकड़ने का अभियान चलाया हुआ है। अभी तक मालरोड, कचहरी, मसूरी गल्र्स इंटर कालेज, वाइन बर्ग ऐलन स्कूल, आईटीबीपी व कोल्हूखेत क्षेत्रों मंे अभियान चलाकर करीब 123 बंदर पकडे। वहीं उसके बाद लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी क्षेत्र से करीब 35 बंदर पकड़े गये। वहीं लगातार बंदरों के पकडने का कार्य किया जा रहा है। पालिका स्वास्थ्य निरीक्षक विरेंद्र बिष्ट का कहना है कि पालिका लगातार बंदरों के पकड़ने का अभियान चलाये है जो आगे भी चलता रहेगा व जिस क्षेत्र में मांग आयेगी उस क्षेत्र को प्राथमिकता दी जायेगी। पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि विगत दिनों से बंदरों के आतंक से लोगों की काफी शिकायतें मिल रही थी जिस पर पालिका ने बंदरों के पकड़ने का निर्णय लिया गया है और लगातार बंदर पकड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन बंदरों को हरिद्वार के चिड़ियापुर बानर बधियाकरण केंद्र भेजा जा रहा है जहां इनका बधियाकरण कर राजा जी नेशनल पार्क में छोडा जा रहा है।
मालूम हो कि मसूरी में बंदरों के आतंक से जहा स्थानीय नागरिक परेशान थे वहीं मालरोड पर पर्यटक भी परेशान थे। बंदर घरों से सामान उठाकर ले जा रहे हैं व काटने आ रहे हैं , वहीं मालरोड पर टहलते पर्यटकों के हाथों से खाने पीने की चीजें भी छीन रहे है। व भगाने पर काटने को दौड़ते है जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही थी, जिस पर पालिका ने बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है।