मसूरी
पालिका सभासदों ने अधिशासी अभियंता पेजजल निर्माण निगम को ज्ञापन देकर मांग की है कि यमुना पेयजल योजना के तहत बिछायी जा रही पेयजल लाइन का कार्य गुणवता विहीन है वहीं जिस कार्यदायी संस्था को कार्य दिया गया है वह खुदाई का मलवा नहीं उठा रही जिससे दुर्घटना का खतरा बना है वहीं कई स्थानों पर मलवा पहाडियों पर डाला जा रहा है, जिससे वन संपदा को भारी नुकसान हो रहा है। सभासदों ने चेतावनी दी कि इस पर कार्रवाई नहीं की गई तथा मलवा न हटाया गया और नालों खालों में मलवा फेंकना बंद न किया गया तो मजबूरन जनप्रतिनिधियों को विभाग के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर आंदोलन करना पडेगा।
नगर पालिका सभासदों ने अधिशासी अभियंता पेयजल निर्माण निगम को भेजे ज्ञापन में कहा है कि यमुना से मसूरी पेयजल योजना के तहत मसूरी क्षेत्रांर्गत पेयजल लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य के लिए नगर पालिका ने शासन व निदेशालय के दिशा निर्देश पर निगम को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया, जिसमें कार्य लोक निर्माण विभाग के निर्धारित मानकों पर किया जाना था, तय मानकों का खुला उंलंघन हो रहा है। इससे जन प्रतिनिधियों में खासा रोष है व मांग की गई है कि इस मामले का संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई की जाय व दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाय। अगर समय रहते उचित कार्रवाई नहीं की गई तो जनप्रतिनिधि पेयजल निर्माण निगम के खिलाफ धरना प्रदर्शन का आंदोलन करने को बाध्य होगे। इस संबंध में नगर पालिका सभासद प्रताप पंवार ने कहा कि मसूरी की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण पेयजल योजना का कार्य चल रहा है जो अच्छी बात है इससे मसूरी को आगामी पचास साल तक पानी की किल्लत नहीं होगी लेकिन जो कार्य किया जा रहा है वह गुणवत्ता विहीन किया जा रहा है, मानकों का ध्यान नही रखा जा रहा है, पालिका की सड़के खोद दी लेकिन मलवा नहीं उठाया जा रहा, पेयजल लाइन के लिए कम से कम एक मीटर गहरी खुदाई होनी चाहिए लेकिन कहीं एक फुट व कही और भी कम है न इन्होंने डंपिंग जोन बनाया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि काम में इस तरह की लापरवाहीं व मानकों की अनदेखी की गई तो पालिका के सभासद पेयजल निर्माण निगम के खिलाफ आंदोलन करेंगे। ज्ञापन देेने वालों में सभासद कुलदीप, दर्शन रावत, आरती अग्रवाल आदि हैं।