मसूरी/देहरादून
हिंदी पत्रकारिता दिवस पर एक्टिव मीडिया प्रेस क्लब मसूरी व उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारिता की चुनौतियों पर गोष्ठी का आयोेजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने हिंदी पत्रकारिता के 197 साल के इतिहास पर प्रकाश डाला व वर्तमान में आधुनिक तकनीकि का पत्रकारिता पर पड़ रहे प्रभाव व उसकी चुनौतियों पर मंथन किया।
एक्टिव मीडिया प्रेस क्लब सभागार में आयोजित गोष्ठी में हिंदी पत्रकारिता दिवस पर वक्ताओं ने पत्रकारिता में हो रही चुनौतियों पर विस्तार से विचार व्यक्त किए। वरिष्ठ पत्रकार शूरवीर भंडारी ने अपने संबोधन में पत्रकारिता के 197 साल के सफल पर विस्तार से प्रकाश डाला व कहा कि आज की पत्रकारिता भले ही आधुनिक तकनीकि के कारण आसान हो गई है व सोशल मीडिया का इस पर बड़ा प्रभाव पड़ा है लेकिन हिंदी पत्रकारिता ने बड़े उतार चढाव आने के बाद भी बड़ा मुकाम हासिल किया है। आज सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग सोशल मीडिया से जुड़े हैं जो संचार व सूचना के माध्यम है तथा पत्रकारिता का मूल उददेश्य सूचना है लेकिन इसकी विश्वनीयता को बनाये रखना होगा। पहले मिशनरी पत्रकारिता थी लेकिन आज की पत्रकारिता बाजारवाद के आधीन हो गई है। जिससे चुनौतियां बढ गई है। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार बिजेंद्र पुडीर, सूरत सिंह रावत, हरीश कालरा, अमित गुप्ता, दीपक रावत, तान्या सैली, धमेंद्र सिंह, आशीष भटट, आदि ने भी हिंदी पत्रकारिता दिसस की बधाई देते हुए अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए क्लब अध्यक्ष सुनील सिलवाल ने कहा कि 1826 से जुगल किशारे शुक्ल ने उदंड मार्तड अखबार निकाला था और एक लंबा सफर तय किया है। उन्होंने कहा कि पहले पत्रकार को काफी संघर्ष करना पड़ता था लेकिन सोशल मीडिया के आने से सरल हो गया सूत्रों को माध्यम से अच्छी समाचार प्रेषित करते हैं। लेकिन मीडिया हाउस को अपने पत्रकारों के हितों का भी ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की खबरों को किस तरह नये स्वरूप से प्रस्तुत करना है यह बड़ी चुनौतियां हैं ऐसे में पत्रकारों का समय के अनुसार अपडेट रहने की जरूरत है। कार्यक्र्रम का संचालन क्लब महासचिव सूरत सिंह रावत ने किया।
उधर दूसरी उत्तरांचल प्रेस क्लब ने पत्रकारिता दिवस पर दीर्घकालीन सेवाओं, तथ्यपरक और शोधपरक पत्रकारिता के लिए 07 पत्रकारों को सम्मानित किया गया।
उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारिता दिवस पर छह पत्रकारों और एक न्यूज पोर्टल को पत्रकारिता की दीर्घकालीन सेवाओं, तथ्यपरक पत्रकारिता और शोधपरक पत्रकारिता के लिए सम्मानित किया गया। दीर्घकालीन सेवाओं के लिए राकेश खंडूरी, दिनेश कुकरेती व गौरव मिश्रा तथा तथ्यपरक पत्रकारिता के लिए सुरेंद्र डसीला, शीशपाल गुसाईं, न्यूज पोर्टल में किरणकांत शर्मा और शोधपरक पत्रकारिता में टीम बारामासा को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही नवोदय टाइम्स/पंजाब केसरी के स्थानीय संपादक निशीथ जोशी व वरिष्ठ पत्रकार हरीश कोठरी को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि योगेश भट्ट ने कहा हिंदी पत्रकारिता के कारण ही हमारा अस्तित्व बना हुआ है। पत्रकारिता कल मिशन थी आज भी मिशन है और भविष्य में इसका स्वरूप मिशनवादी रहेगा। पत्रकारिता को जन सरोकारों से कभी अलग नहीं किया जा सकता, एजेंडा ओरिएंटल की प्राथमिकता हमेशा हमेशा बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि जहां पत्रकारिता के दो आयाम बहुत प्रभावी है सत्ता पक्ष की पत्रकारिता और विपक्ष की पत्रकारिता इसके अलावा स्वतंत्र पत्रकारिता का सुनहरा भविष्य इसके पीछे कारण है उसकी निष्पक्षता। योगेश भट्ट ने आह्वान किया कि सरकार को चाहिए कि वह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को उसकी गरिमा प्रदान करें। पत्रकारों को सामाजिक और वित्तीय सुरक्षा प्रदान की जाए कोरे आदर्शवाद से पत्रकारों के लिए काम करना असंभव हो गया है। इसलिए उन्होंने निवेदन किया कि पत्रकार नीति बनाएं जिससे ईमानदार और समर्थक पत्रकारों के लिए काम करना आसान हो जाए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि पत्रकारों की जिजीविषा के कारण ही भारत आजाद हो पाया है आज पत्रकारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र कायम है इसके पीछे पत्रकारों का बलिदान है, उनके समर्पण और संघर्ष के कारण ही हमें आजादी मिली। इस मौके पर उन्होंने कहा कि तकनीकी विस्फोट के बावजूद अखबारों की भूमिका और महत्व हमेशा बना रहेगा। बंशीधर तिवारी ने कहा कि पत्रकारों को अपने आदर्श और जिज्ञासा कभी सोचना चाहिए अपने कर्तव्य पथ पर डटे रहें और उन्होंने कहा कि ईमानदारी से काम करने वाले पत्रकारों को हमेशा सम्मान और आदर मिलेगा।
विशिष्ट अतिथि डॉक्टर देवेंद्र भसीन ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता का इतिहास सुनहरे अक्षरों से लिखा हुआ है, उन्होंने हिंदी पत्रकारिता के इतिहास को पूरा किया और साथ ही वर्तमान में पत्रकारिता के सामने चुनौतियों और संकट का भी हवाला दिया उन्होंने कहा कि आर्थिक दबाव और बाजार की स्वच्छता का दुष्प्रभाव भी पड़ रहा है। आर्थिक दबाव के साथ ही सत्ता के प्रेशर को स्मार्टली हैंडल करना वक्त की जरूरत है। पत्रकारों को जहां अपने आदर्शों को नहीं छोड़ना है वहीं बदलती तकनीक ने पत्रकारिता में बड़ा बदलाव ला दिया है। हमें तकनीक का फायदा उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कई लोग पत्रकारों के वेश में पत्रकारिता का नुकसान कर रहे हैं इससे पेशेवर पत्रकारों के समक्ष पहचान का संकट खड़ा हो गया है। हमें ऐसे तत्वों से भी लड़ना होगा उन्होंने कहा कि आदर्शवाद के बीज को संभाल के रखना है और सत्य हमेशा जीवित रहेगा।
प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा ने सभी अतिथियों का स्वागत व स्मृति चिन्ह् भेंट किया व कार्यक्रम का संचालन महामंत्री विकास गुसाई ने किया इस अवसर पर प्रेस क्लब कनिष्ठ उपाध्यक्ष दरबान सिंह कोषाध्यक्ष मनीष चंद्र भट्ट संयुक्त मंत्री राजीव थपलियाल कार्यकारिणी सदस्य मंगेश कुमार, मोहम्मद फहीम तन्हा, विनोद पुंडीर पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र अंथवाल, दर्शन सिंह रावत, पूर्व महामंत्री गिरिधर शर्मा, क्लब के वरिष्ठ सदस्य निशीथ जोशी, अरुण शर्मा, राजू पुशोला, भूपत सिंह बिष्ट, डॉ सुशील उपाध्याय, सुशील रावत, देवेंद्र सिंह नेगी, रोहित वर्मा, दीपक फर्शवान, अमित ठाकुर, प्रभा वर्मा, सोनू सिंह, किशोर रावत आदि मौजूद थ