देहरादून
मुख्यमंत्री धामी ने डॉ राधेश्याम बिजल्वाण ‘रवॉल्टा’ की पुस्तक ‘ये वक्त की पुकार है’ का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि साहित्यकार समाज को दिशा देने का कार्य करते हैं। सूचना क्रान्ति के वर्तमान दौर में युवा पीढ़ी को अपनी परम्परा एवं लोक संस्कृति के प्रति जागरूक करने की भी आवश्यकता है। युवा पीढ़ी को वर्तमान समय मे बढ़ रही भौतिकवादी प्रवृत्ति के प्रति सजग करने के साथ ही देश के प्रति श्रद्धा व त्याग की भावना को विकसित कर अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोयें रखने में यह पुस्तक निश्चित रूप से मददगार होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि साहित्यकार समाज को दिशा देने का कार्य करते हैं। सूचना क्रान्ति के वर्तमान दौर में युवा पीढ़ी को अपनी परम्परा एवं लोक संस्कृति के प्रति जागरूक करने की भी आवश्यकता है। युवा पीढ़ी को वर्तमान समय मे बढ़ रही भौतिकवादी प्रवृत्ति के प्रति सजग करने के साथ ही देश के प्रति श्रद्धा व त्याग की भावना को विकसित कर अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोयें रखने में यह पुस्तक निश्चित रूप से मददगार होगी।
मुख्यमंत्री ने डॉ. राधेश्याम बिजल्वाण ‘ रवॉल्टा’ के प्रयासों की सराहना करते हुए उम्मीद जताई कि उनके द्वारा लिखित पुस्तक समाज में नव चेतना के प्रसार के साथ ही सकारात्मक सोच को विकसित करने में भी सफल होगी। पुस्तक के लेखक डॉ. राधेश्याम बिजल्वाण ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री अरविन्द पाण्डे, सांसद नरेश बंसल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।