मसूरी में सैलानियों की भीड़ उमड़ी, सोशल डिस्टेंसिंग और बिना मास्क वालों के किए गए चालान, बिना आरटीपीसीआर आखिर कैसे पहुंच रहे है पर्यटक
मसूरी
पर्यटन नगरी मसूरी में बीते दो दिनों से सैलानियों की आमद बढ़ने लगी है। खासकर पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से काफी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे है। कई पर्यटक बिना आरटीपीसीआर टेस्ट के ही पहुंचं रहे है। ऐसे सैलानियों को होटलों से बैरंग लौटाया जा रहा है।
बताते चले कि मसूरी और आसपास के पर्यटक स्थलों पर सैलानियों की आमद बढ़ने लगी है। बिना आरटीपीसीआर टेस्ट पहुंच रहे पर्यटकों से कहीं यहां पर कोरोना विस्फोट न हो जाए। नगर के पिछले एक पखवाड़े से कोरोना से काफी राहत मिली हुई है। मगर बिना टेस्ट के यहां आने वाले पर्यटकों से कोरोना फैलने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने होटल व्यवसायियों को सख्त हिदायत दे रखी है कि बिना आरटीपीसीआर निगेटिव वाले पर्यटकों को किसी भी हाल में कमरा न दिया जाए। नगर के अधिकांश होटल वाले नियमों का पालन कर रहे है। सवाल इस बात का है कि बिना आरटीपीसीआर के पर्यटक पुलिस के इतने नाके पार कर कैसे मसूरी तक पहुंच पा रहे है। बीते दिन कैंपटी फाॅल में भी भारी संख्या में सैलानी नहाने पहुंच गए थे। एसडीएम धनोल्टी के फरमान के बाद सैलानियों को खदेड़ा गया। इधर मसूरी मालरोड पर पर्यटक बिना मास्क के लिए सैर कर रहे है। ऐसे में वायरस के फैलने का खतरा ज्यादा हो गया है। शहर कोतवाल राजीव रौथाण ने बताया कि बिना मास्क वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। सोमवार को 64 लोगों के चालान किए गए है। उन्होंने कहा कि बिना आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट के कमरा देने वाले होटल व्यवसायियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लायी जाएगी। उधर पुलिस नाकों से मसूरी तक बिना निगेटिव रिपोर्ट के आने वाले पर्यटकों के बावत कहा कि कुछ पर्यटक यमुना ब्रिज से होकर भी शहर में दाखिल हो रहे है। शहर कोतवाल ने कहा कि कोल्हूखेत पर दिनरात चेकिंग की जा रही है।