मसूरी
सड़कों की दुर्दशा देख जिलाधिकारी का पारा चढ़ गया। कहा कि मसूरी मे सड़कों की दुर्दशा हो रही है उसके जिम्मेदार अधिकारी हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि तय समय में सुधार न किया गया तो एनएच, लोनिवि व जल निगम के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश एसडीएम को दिए। उनका मौन यह साबित करता है कि अधिकारियों की लापरवाही कारण है। उन्होंने मौके पर ही कचहरी परिसर में आयोजित बैठक में अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। जिलाधिकारी ने मसूरी पहुंच कर मसूरी की माल रोड सहित मोतीलाल नेहरु मार्ग का भी निरीक्षण किया गया जहां पर सड़को की स्थिति दयनीय है जिसे देखकर जिलाधिकारी का पारा चढ़ गया और उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। पत्रकारों से बातचीत में जिलाधिकारी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग और एन एच के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि कार्य की गुणवत्ता सहित माल रोड और मसूरी की अन्य सड़कों को दुरुस्त किया जाए उन्होंने नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी को निर्देशित किया कि शहर के जितने भी नाले चोक हैं उनको प्राथमिकता से खुलवाया जाए साथ ही सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि 3 दिन के भीतर कार्य में तेजी आनी चाहिए अन्यथा उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। वहीं उन्होंने अतिक्रमण पर भी नाराजगी जाहिर की व कहा कि इस पर तत्काल कार्रवाई की जाय। उन्होंने बताया कि उप जिला अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि पेयजल निगम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। उन्होंने मालरोड की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की व कहा कि इस पर विशेष ध्यान दिया जाय। वहीं एमडीडीए के अधिकारियों को भी कड़ी चेतावनी दी कि मसूरी में हो रहे अवैध निर्माण पर तत्काल कार्रवाई की जाय। इस मौके पर पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता, एसडीएम नरेश दुर्गापाल, भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, महामंत्री कुशाल राणा, संदीप साहनी, कोतवाल दिगपाल सिंह कोहली, एमडीडीए के अधिशासी अधिकारी अतुल गुप्ता, लोनिवि के सहायक अभियंता राजपाल सिंह, पुष्पेद्र कुमार, जलनिगम के सहायक अभियंता मान सिंह रावत,जल संस्थान के सहायक अभियंता टीएस रावत, एनएच के सहायक अभियंता सुरेंद्र सिंह, एसडीओ बिजली पंकज थपलियाल, खुखवंत शर्मा, सतीश ढौडियाल, अरविंद सेमवाल, गीता कुमाई, ललित मोहन काला, सहित अधिकारी मौजूद रहे।