देहरादून
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में रेखीय विभागों के अधिकारियों के साथ आगामी मानसून सीजन 2023 के दृष्टिगत आपदा प्रबन्धन से सम्बन्धित तैयारियों हेतु समीक्षा बैठक कलक्ट्रेट परिसर में स्थित ऋषिपर्णा सभागार में आयोजित की गयी, जिसमें जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने वर्चुअल माध्यम से बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने नगर निगम, लो०नि०वि० एवं समस्त अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद को निर्देशित किया कि चरणबद्ध तरीके से कार्य योजना बनाकर सभी नालो एवं नालियो की सफाई मानसून सीजन से पूर्व करना सुनिश्चित करे ताकि मानसून में जलभराव जैसी समस्या उत्पन्न ना हो, उन्होंने लो०नि०वि की समस्त डिविजन के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क के किनारे जो भी नाले हैं, उनको खुलवाकर नगर निगम के साथ समन्वय कर साफ-सफाई कराना सुनिश्चित करें, उन्होंने समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि उनके क्षेत्रान्तर्गत जिस नदी का चैनलाईजेशन का कार्य होना है वहा पर संयुक्त टीम का गठन कर स्थलीय निरीक्षण उपरान्त आगंणन अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) देहरादून को प्रस्तुत करें। उन्होंने नदियों/नालों के तटीय क्षेत्रों में बाढ़ सुरक्षा हेतु आवश्यक तटबंधों की मरम्मत, साफ-सफाई तथा चेतावनी प्रसारण के साथ ही बाढ़ सुरक्षा चैकियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम देहरादून व ऋषिकेश, समस्त नगर पालिका परिषदों, लोनिवि, राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि उनके क्षेत्रान्तर्गत नालों/नालियों की सफाई कार्य की रिपोर्ट प्रतिदिन जिला आपदा प्रबन्धन देहरादून को प्रेषित करने तथा आपदा प्रबंधन केन्द्र को प्रतिदिन प्राप्त रिपोर्ट से अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम देहरादून एवं ऋषिकेश को शहर के जो भी जलभराव वाले क्षेत्र है उनके लिये दीर्घकालीन योजना बनाकर बोर्ड से प्रस्ताव पारित किया जाये, ताकि भारी बारिश से होने वाले जलभराव की समस्या से आमजनमानस को किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि पी०एच०सी०/ सी०एच०सी० में पूर्व से आवश्यक दवाईयों का भण्डारण रखने तथा बाढ़ व भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकीय सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु टीमों का गठन कर लिया जाए। साथ ही संबंधित अधिकारियों को बाढ़ व भूस्खलन से प्रभावित मार्गों की समीप आवश्यक राशन का पूर्व में भण्डारण, शरणस्थलों में भोजन की व्यवस्था, खोज एवं बचाव कर्मियों हेतु भोजन की व्यवस्था, बाढ़ व भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कराने, शरणस्थलों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद के समस्त थानों व चैकियों को खोज व बचाव उपकरणों समेत अलर्ट रखने, खोज व बचाव कार्यों में अग्निशमन विभाग का सहयोग प्राप्त करने तथा रिस्पना व बिन्दाल नदियों के समीप संवेदनशील परिवारों का चिन्हीकरण नोटिस व चेतावनी जारी करने, शरणस्थल तैयार करने व बुनियादी आवश्यक व्यवस्था किया जाने, शहरी जलभराव क्षेत्रों में जल निकासी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने संभावित आपदा के दृष्टिगत संवेदनशील क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति, पेयजल व्यवस्था सूचारु करने व शरणस्थलों में वैकल्पिक विद्युत व्यवस्था के साथ ही पेयजल व्यवस्था बनाए रखने का प्लान तैयार करने व भूस्खलन के दृष्टिगत हेतु सर्वेदनशील गांवों, सड़क मार्गों तथा क्षेत्रों का चिन्हीकरण तथा भूस्खलन से रोकथाम हेतु तैयारियो के साथ ही नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिए। साथ ही मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि सर्वेदनशील जर्जर विद्यालय भवनों का चिन्हीकरण कर सूची जिला आपदा प्रबन्धन कार्यालय देहरादून को उपलब्ध कराएं। साथ ही उसको निष्प्रोज्य घोषित करें।
बैठक में ऋषिपर्णा सभागार कलेक्टेªट से अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के मिश्रा, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कमलेश उपाध्याय, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ संजय जैन, एस.पी जोशी एसएनए नगर निगम देहरादून, जिला पर्यटन अधिकारी जसपाल सिंह चैहान, लोक निर्माण विभाग, वन विभाग, सिंचाई, विद्युत, जल संस्थान, पेयजल निगम सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। वर्चुअल माध्यम से मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम देहरादून मनुज गोयल, नगर आयुक्त ऋषिकेश नन्दन कुमार, विकासनगर विनोद कुमार, डोईवाला युक्ता मिश्रा जुडे़ रहे।