मसूरी। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को सरकारी सेवा में दस प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देने के विधेयक को राज्यपाल की स्वीकृति मिलने के बाद राज्य आंदोलनकारी मंच ने शहीद स्थल पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी व उसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री व राज्यपाल का आभार जताया। शीघ्र ही एक समान सम्मान निधि व छूटे आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण भी होगा।
शहीद स्थल पर उत्तराखंड आंदोलकारी मंच मसूरी की ओर से आयोजित बैठक में मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी, जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती व सलाहकार केशव सकलानी को शाॅल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन नेगी ने कहा कि यह उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों के लिए ऐतिहासिक दिन है। मंच ने 2013 से इस लडाई को लड रहा है, धरना, प्रदर्शन किया व घेराव किया, लेकिन पिछले सत्र में प्रदेश की धामी सरकार ने इसे पास किया व राज्यपाल को भेजा व उन्होंने भी इसे स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने कहा कि वह प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी का विशेष आभार व्यक्त किया जिन्होंने आदंोलनकारियों की भावना को समझा। वहीं उन्होंने प्रवर समिति के अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल व समिति के सदस्यों का भी आभार व्यक्त किया। मंत्री सुबोध उनियाल, सौरभ बहुगुणा, भुवन कापड़ी, विनोद चमोली जिन्होंने पूरा सहयोग किया उन्हें भी धन्यवाद दिया वहीं अंत में राज्यपाल को भी विशेष धन्यवाद। उन्होंने कहा कि यह आरक्षण सभी आश्रितों को मिलेगा व इसका शीघ्र शासनादेश लागू करें व अधीनस्त चयन आयोग में जो नियुक्ति की विज्ञप्ति जारी की गई है उसमें भी इसे लागू किया जाय। इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने कहा कि उत्तराख्ंाड राज्य निर्माण में मसूरी ने अहम भूमिका निभाई व राज्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि मसूरी आंदोलनकारी मंच ने देहरादून आंदोलनकारी मंच के संघर्ष का विशेष आभार व्यक्त किया जिसके लिए वह आभारी है वहीं शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि खटीमा व मसूरी से जो आंदोलन की जो ज्वाला भड़की उससे राज्य मिला। इसी कडी में जो क्षैतिज आरक्षण के लिए आंदोलन किया जिस पर रक्षा बंधन के दिन यह तोहफा दिया इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री व राज्यपाल सहित जो इससे जुडे रहे उन सभी का विशेष आभार व्यक्त करते हैं। वहीं कहा कि आने वाले समय में राज्य हितो से जुडे मुददे जिसमें चिन्हीकरण, भूकानून, मूल निवास, समान पेंशन, परिसीमन, लोकायुक्त के लिए संघर्ष करेंगे। वहीं शहीदों के नाम पर सड़कों के नाम रखें, पाठयक्रम में शामिल करें, छात्रवृत्ति शुरू करे व शहीदों के नाम पर मेले लगें इस पर भी कार्य किया जायेगा। इस मौके पर जय प्रकाश उत्तराखंडी व मंच के अध्यक्ष देवी गोदियाल ने भी प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया व कहा कि 13 सालों से इसकी प्रतीक्षा थी। सभी आंदोलनकारी इस निर्णय से खुश हैं। वहीं मांग की कि आरक्षण लागू करने के बाद नौकरियां खोलें, कई ओवरएज हो गये उसका ध्यान रखा जाय। उन्हांेने कहा कि यह सम्मान बहुत पहले मिलना चाहिए था। अब मिला जिससे आंदोलनकारियों के संघर्ष को सलाम करते हैं। इस मौके पर केशव नौटियाल, शूरवीर भंडारी, अनिल गोदियाल, प्रदीप भंडारी ने भी धन्यवाद सभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर पूरण जुयाल, बिजेंद्र पुंडीर, सोबन सिंह पंवार, जगदीश भटट, गोविंद नौटियाल, विजय रमोला, नरेंद्र पडियार, राम किशन राही, श्रीपति कंडारी सहित आंदोलनकारी मौजूद रहे।