मसूरी। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मसूरी मालरोड की दुर्दशा को लेकर गांधी चैक में कांग्रेसियों के साथ धरना देकर देश और विदेश के सैलानियों और मीडिया का ध्यान अपनी और खींचने का बखूबी प्रयास किया है। इसमें कोई शक नही कि हरदा प्रदेश के मुद्दों को लपक लेते है। और समय रहते सूबे में राजनीतिक तापमान बढ़ा देते हंै। इसे राजनीतिक चतुराई ही माना जाए कि प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करने के लिए हरदा की हर चाल सटीक होती है।
काबिलेगौर है कि पहाड़ों की रानी मसूरी इन दिनों कुरूप दासी-सी प्रतीत हो रही है। जिस मसूरी में हर दिन वीवीआईपी के दौरे चल रहे है। देश के शीर्षस्थ ब्यूरोक्रेट से लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, दो दिन पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी आकर चले गए। मगर मालरोड की स्थिति जस की तस बनी हुई है। सूबे के सबसे बड़े नौकरशाह मुख्य सचिव डा एस एस संधू ने भी मालरोड की बदहाली पर अधीनस्थ को फटकार लगायी और कुछ सुझाव लौट गए। अब हरदा ने ऐन वक्त पर मसूरी की बदहाल सड़कों को लेकर धरना दिया। इसके मायने जो भी निकाले जाए। लेकिन हरदा को मसूरी से महज तीस किलोमीटर दूर राजधानी में बैठी भाजपा सरकार के पेशानी पर बल डाल दिए हंै। कहना न होगा कि जिस मसूरी से हिंदुस्तान के तमाम नौकरशाह ट्रेनिंग लेकर जाते हैं। आखिर उस लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में से निकले नौकरशाह अपने शहर की दिक्कत का नही भांप पा रहे है। इसका समाधान तो रहा दूर।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मसूरी मालरोड की दुर्दशा एवं इससे मसूरी की छवि खराब होने के विरोध में गांधी चैक पर विभिन्न संगठनों, के साथ धरना दिया व कहा कि यह देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए आइना है कि उनके राज में जनता व पर्यटकों को परेशानी उठानी पड रही है। इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मसूरी की मालरोड के सौदर्यीकरण के कार्य में संबंधित विभागों की लापरवाही व आपसी तालमेल न होने के कारण हो रहे विलंब से आम जनता व पर्यटकों को हो रही परेशानी व सड़कों की दुर्दशा के कारण पर्यटन पर पड़ रहे प्रभाव व व्यवसायियों की आर्थिक स्थित को हो रहे नुकसान के साथ ही मसूरी की लगातार छवि धूमिल हो रही है। लेकिन प्रदेश सरकार व उनके विभागों में आपसी तालमेल न होने का खामियाजा मसूरी के लोग भुगत रहे है। जिस पर विगत दिनों हरीश रावत मसूरी आये थे तब उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि 15 दिनों में मालरोड का सुधारीकरण नहीं किया गया तो वह मसूरी आकर शहर कांग्रेस के साथ मिलकर धरना देंगे। उसके बाद भी हालात में सुधार नहीं हुए और अपने वादे के अनुसार गांधी चैक पर धरना दिया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मसूरी की मालरोड का कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया इसके लिए कौन सी राकेट तकनीकि व जटिल इंजीनियरिंग की जरूरत है कि रोड के गढढे तक नहीं भर पाये। उन्होंने कहा कि मसूरी की मालरोड मसूरी की शान है प्रदेश का अभिमान व देश का सम्मान है। उन्होंने कहा कि धरने पर शहर कांग्रेस के साथ ही कई संगठनों के प्रतिनिधि भी सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर चेतावनी दी कि यदि आगामी 15 दिनों में भी मालरोड का कार्य पूरा नहीं किया गया तो मसूरी से देहरादून तक प्रदेश सरकार के खिलाफ मार्च निकाला जायेगा चाहे, इसमें दो दिन लगे या तीन दिन लगे। मसूरी के इस दर्द को शासन तक पहुंचायेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की आपराधिक लापरवाही के कारण बडा नुकसान हुआ है इसके लिए हम क्षमा चाहते हैं। मसूरी का एक प्रोजेक्ट पानी का पूरा किया लेकिन वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य आज तक नहीं किया गया। उसके साथ ही वन टाइम सेटलमेंट, देहराूदन मसूरी रोड का चैडीकरण, गलोगी धार का ट्रीटमेंट, मसूरी में आवासीय कालोनी सहित कई अन्य समस्यायें हैं लेकिन इस ओर कोई प्रयास नहीं किया गया। इस मौके पर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि शहर कांग्रेस लगातार मसूरी की समस्याओं के लिए एक माह से संघर्ष कर रहे हैं धरना दिया, ज्ञापन दिया लेकिन उसके बाद भी कोई कार्य नहीं हुए केवल घोषणाएं कर रहे हैं विधायक ने 12 साल में क्या किया इसका उनके पास कोई जवाब नहीं है। हालात यह है कि मसूरी की समस्याओं के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रावत को धरना देना पड़ रहा है। कांग्रेस सरकार के कार्य आज तक पूरे नहीं किए गये जिसके कारण जनता को उनका लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इसके बाद भी भाजपा सरकार ने शहर के हालात नही सुधारे तो कांग्रेस सड़कों पर आकर संघर्ष करेगी, मसूरी बंद करायेगी, भूख हडताल मसूरी के विकास के लिए करेंगे। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री के आहवान पर 15 दिनों में सुधार न होने पर मसूरी से देहराूदन तक पैदल मार्च निकालेगी। इस मौके पर पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन ंिसंह मल्ल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता, महिला कांग्रेस अध्यक्ष जसबीर कौर, पालिका सभासद दर्शन सिंह रावत, मेघ सिंह कंडारी, पूर्व सभासद बलबीर चैहान, रामी देवी, सुशील कुमार, महेश चंद, वसीम खान, राम प्रसाद कवि, भगवान सिंह धनाई, महिमानंद, तेजपाल रौथाण, राजीव अग्रवाल, संदीप साहनी, आशीष गोयल, अरविंद सोनकर, रफीक अहमद, नफीस अहमद, एजाज अहमद, मासूम अली, जयपाल राणा, अक्षत वर्मा, भगवती प्रसाद कुकरेती, केदार चैहान, भारी संख्या में कांग्रेसियों और अन्य संगठनों के लोगों ने धरना दिया।