देहरादून
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने आईसेक के साथ मिलकर ग्लोबल विलेज का आयोजन किया। जिसमें विभिन्न देशों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। उमंग और उत्साह से भरे इस रंगारंग कार्यक्रम में वासुधैव कुटुंबकम का असल अर्थ देखने को मिला। अलग-अलग जगहों से आए छात्र-छात्राओं ने सांस्कृति व पारम्परिक धरोहर का आदान-प्रदान किया।
कार्यक्रम की शुरूआत भारत समेत विदेशी प्रतिनिधियों ने अपने देशों का झण्डा फहरा कर किया। इसमें इजिप्ट, आस्ट्रेलिया, तुर्की, युगाण्डा, म्यमार, वियतनाम, जिम्बाव्वे आदि देश शामिल थे। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि लेसोथो साम्राज्य के उच्चायोग की प्रथम सचिव बोहलोकी मोरोजेले ने कहा कि ग्राफिक एरा सबसे बेहतरीन शिक्षा प्रदान करता है और उन्हें खुशी है कि वह इसका हिस्सा बनीं। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. नरपिन्दर सिंह भी इसमें शामिल हुए।
ग्लोबल विलेज की खासियत यह रही कि इसमें विदेशी बच्चों ने हिन्दी में भी कार्यक्रम प्रस्तुत किए। ऐसे ही एक छात्र फिलिप ने हिन्दी में गाना गाकर खूब वाहवाही लूटी। समारोह में उत्तराखण्ड के साथ-साथ देश के विभिन्न संस्कृतियों पर आधारित कार्यक्रम बहुत पसंद किए गए।