मसूरी
मई-जून के महीने में भारत को स जी-20 देशों के सम्मेलन का जिम्मा मिला हैै। उत्तराखंड में दो दिवसीय सेमिनार ऋषिकेश में आयोजित किया जाएगा। उत्तराखंड होटल एसोसियेशन और मसूरी होटल एसोसियेशन में राज्य सरकार द्वारा जी-20 सम्मेलन की मेजबानी करने पर हर्ष व्यक्त किया। साथ ही जी-20 सम्मेलन का एक दिवसीय सेमिनार मसूरी में किए जाने के बावत काबीना मंत्री गणेश जोशी को ज्ञापन दिया।
उत्तराखंड होटल एसोसियेशन अध्यक्ष संदीप साहनी, मसूरी होटल एसोसियेशन अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि जी-20 सम्मेलन की मेजबानी करना राज्य के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि इससे देश और दुनिया में उत्तराखंड का सम्मान बढेगा। एसोसियेशन के पदाधिकारियों ने ज्ञापन में कहा कि ऋषिकेश के साथ ही मसूरी को भी सम्मेलन की मेजबानी दी जानी चाहिए। मसूरी में पांच सितारा होटलों की बड़ी ़श्रृंखलाएं है। और विश्व मानचित्र पर मसूरी बेहतर टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में जाना जाता है। उत्तराखंड होटल एसोसियेशन के अध्यक्ष संदीप साहनी ने कहा कि जी-20 सेमिनार की मेजबानी ऋषिकेश के साथ ही मसूरी को भी जाए। इससे मसूरी में दुनियाभर के सैलानियोें को आकर्षण बढेगा है। यहां की अर्थव्यवस्था और सुदृड़ होगी। बताते चले कि ऋषिकेश में जी-20 के दो कार्यक्रम आयोजित होने है । भारत को जी-20 की अध्यक्षता मिली है। इसके तहत 18वां शिखर सम्मेलन 2023 में भारत में होगा। देश भर के 56 स्थानों पर सेमिनार होंगे। देश में जिन 56 स्थानों पर जी-20 के कार्यक्रम होने हैं, उनमें से दो कार्यक्रम उत्तराखंड के ऋषिकेश में होंगे।ये दोनों आयोजन मई व जून 2023 में ऋषिकेश में होंगे। इसमें 19 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। दुनिया के प्रमुख विकसित और विकासशील देशों की अर्थव्यवस्था का एक मंच है। इसमें 19 देश शामिल हैं। इन देशों में भारत के अलावा जापान, रूस, अर्जेंटीना, ब्राजील, कनाडा, आस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, फ्रांस, जर्मनी, मेक्सिको, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, कोरिया गणराज्य, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, इटली व चीन देश शामिल हैं।
ज्ञापन देने वालों में अजय भार्गव, शैलेंद्र कर्णवाल, राजकुमार कनौजिया, आर एन माथुर आदि शामिल थे।