कवियों ने रचनायें प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया

उत्तराखंड मसूरी

मसूरी

उत्तराखंड की जिया साहित्य कुटुंब की ओर से आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा का आयोजन किया गया जिसमें देश के नामी कवियों व शायरों ने सम सामयकि विषयों पर अपनी रचनाएं प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।
राधाकृष्ण मंदिर सभागार में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरा का उदघाटन मुख्य अतिथि पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, विशिष्ट अतिथि भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश नौटियाल एवं कार्यक्रम की संयोजिका उत्तराखंड की जिया साहित्य कुटुंब की संस्थापिका जिया हिंदवाल गीत ने दीप प्रज्वलित कर किया। कवि सम्मेलन में शकुंतला इष्टवाल ने देव वंदना से कवि सम्मेलन का आगाज किया इसके बाद लक्ष्मी प्रसाद बडोनी, अरूण भटट, फौजिया अफजाल, निशांत गहतोडी, उमा शंकर मनमौजी, सुरेद्र कुमार शर्मा, नीलम डिमरी, रूबल कुमार, योगेश बहुगुणा, जिया हिंदवाल, सविता कोटनाला, नेत्रा थपलियाल, नीरज कुमार, सुधीर कुमार, मेघा कोचर, ममता नेगी, सहित कवि सम्मेलन का संचालन कर रहे दिल्ली से आये कवि संजय जैन ने एक से बढकर एक कविताएं सुनाई जिसमें श्रंृगार रस, वीर रस, सहित सरकारी तंत्र पर व्यंग व तंज कसती कविताओं ने श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। हास्य कवि उमा शंकर मनमौजी ने कविता सुनाई कि पता चला बाद में िकवह जो श्रोता था, बिल्कुल ही बहरा था, इसी किस्मत के मारे, मनमौजी बेचारे, जिया साहित्य कुटुंब मंच पर कविता सुनाने मसूरी पधारे। वहीं दूसरे सत्र में मुशायरे का शुभारंभ बाहराइच से आये शायर रईस सिददकी ने मेरा मजहम ये कहता हे कि तुम वतन पे शहीद हो जाना, बात जब आये देश की माटी की तो वीर अब्दुल हमीद बन जाना से शुरू की इसके बाद बंपर बहराईची, अब्दुल सुब्हान खान, साबिर देहरवी, इकबाल अकरम वारसी, डा. विनीता चोपडा, व कुमार राघव ने अपनी शायरी से श्रोताओं को अपना दीवाना बना दिया। कार्यक्रम के अंत में गुरू रविद्रनाथ टैगोर सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें कवियों व शायरांे को सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन ंिसंह मल्ल ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए ताकि साहित्य के प्रति लोगों की रूचि बढ़े। उन्होंने जिया हिंदवाल का विशेष आभार व्यक्त किया कि उन्होंने मसूरी में कवि सम्मेलन व मुशायरा आयोजित कर देश के कवियों शायरों को सुनने का अवसर दिया जिसके लिए वह धन्यवाद की पात्र है। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजिका जिया हिंदवाल ने कहा कि कवि सम्मेलन एवं मुशायरें में देश के विभिन्न शहरों, बाहराइच, सहारनपुर, हरियाणा, दिल्ली, देहरादून, रूद्रपुर, भोपाल आदि शहरों से कवि व शायर आये है। उन्होंने कहाकि साहित्य प्रेमी होने के नाते इस तरह के कार्यक्रम आयेाजित किए जाते हैं ताकि लोगों की रूचि साहित्य के प्रति बढ़े, बच्चे अंग्रेजी के साथ ही हिंदी साहित्य से जुड़े। उन्होंने कहा कि संस्था का उददेश्य है कि लोगों में साहित्य के प्रति जुड़ाव हो व अपनी धरोहर को आगे बढायें। इस मौके पर शैलेंद्र हिंदवाल, विशिष्ट अतिथि रजत अग्रवाल, अनीता सक्सेना, पालिका सभासद सरिता पंवार, सरिता कोहली, जसोदा शर्मा, जगजीत कुकरेजा, संस्था के संरक्षक गिरीश चंद्र इष्टवाल, विरेंद्र नेगी, नवीन नौटियाल, हरिओम ओमी, आदि बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी मौजूद रहे।

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