मसूरी
इनरव्हील क्लब क्लब की आम सभा होटल शिवा कांटिनेंटल में संपन्न हुई जिसमें क्लब की सदस्यता ग्रहण किए 25 वर्ष पूरे होने पर क्लब में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए इनरव्हील की पूर्व मंडलाध्यक्ष नीरजा पांधी को शाॅल व प्रशस्ति पत्र देकर व अन्य 12 सदस्यों को प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर इनरव्हील अध्यक्ष मनीषी संघल ने कार्यक्रम में सभी का स्वागत किया व कहा कि जब वह पूर्व में 2006 में पहली बार अध्यक्ष बनी थी तब से आज तक पूर्व मंडलाध्यक्ष नीरजा पांधी का हमेशा हर पद पर पूरा सहयोग मिलता रहा। उन्हें में अपना गुरू मानती हूं जिन्होंने पग पग पर मेरा मार्ग दर्शन किया उनका मेरे दिल में जो सम्मान है उसे बयान नहीं किया जा सकता। पीडीजी नीरजा पंाधी क्लब की पहचान है वह क्लब की रीढ़ व स्तंभ हैं जिनके बिना कल्ब की गतिविधियां सपन्न नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि पद तो एक साल में पूरा हो जाता है तथा वह इससे मुक्त हो जाता है लेकिन नीरजा पांधी की भूमिका व वरद हस्त हमेशा बना रहता है। क्लब में कोई अध्यक्षा, सचिव, कोषाध्यक्ष, आईएसओ, एडिटर बने लेकिन उनकी भूमिका हमेशा बनी रहती है। उनके इस प्यार व सहयोग के लि,ए हम सदैव आभारी रहेंगे। जब भी उन्हें उनकी जरूरत पड़ी वह मुस्कुराते मुस्कुराते हुए तैयार रहीं। तथा लगातार क्लब की तनमनधन से सेवा कर रही हैं। बैठक में 25 साल पूरे होने पर सम्मानित होने वालों में पूर्व मंडलाध्यक्ष नीरजा पांधी, अध्यक्ष मनीषी संघल, जया कर्णवाल, प्रभा अग्रवाल, अल्का जैन, रश्मि कर्णवाल, रीना माथुर, अनीता जैन, रीता जैन, हर्षदा वोहरा, साधना साहनी, शशि मित्तल, प्रेम लता जायसवाल हैं। अंत में सचिव किरन त्रिपाठी ने सभी का आभार व्यक्त किया।
वहीं दूसरी ओर मालरोड स्थित होटल पदमिनी निवास में पूर्व अध्यक्ष इनरव्हील मसूरी हर्षदा वोहरा व अनीता डबराल के तत्वाधान में दीपवली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें सदस्यों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताएं व मनोरंजक खेलों का आयोजन किया गया। इस मौके पर सभी को पुरूस्कार व उपहार दिए गये। दीपावली मिलन कार्यक्रम में सदस्य अनीता डबराल ने सभी को दीपावली के उपहार दिए गये। कार्यक्रम के अंत में पूर्व मंडलाध्यक्ष नीरजा पांधी ने सभी का आभार व्यक्त किया व सभी को दीपावली की शुभकामनाओं दी विशेष कर हर्षदा वोहरा को जिनके प्रतिष्ठान में कार्यक्रम आयोजित किया गया व सभी को दीपावली के लिए हेडमेड दिए व मोम बत्तियां आदि उपहार दिए गये।