मसूरी
एमपीजी कालेज छात्रसंघ अध्यक्ष प्रिंस ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एमपीजी कालेज की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया जायेगा , उन्होंने कहा कि सबसे प्रमुख समस्या शिक्षकों की कमी है।
पत्रकारों से बातचीत में एमपीजी कालेज छात्रसंघ अध्यक्ष पिं्रस ने कहा कि विगत एक दशक से अधिक समय से कालेज में विभिन्न प्रमुख विषयों के शिक्षकों के 11 पद रिक्त चल रहे हैं जिसके कारण छात्रों की पढ़ाई बाधित ही नहीं हो रही बल्कि उनका भविष्य अंधकारमय हो रहा है। वहीं कहा कि कालेज में रोजगार परक विषय न होने के कारण मसूरी के छात्रों को भारी परेशानी हो रही है व उन्हें देहरादून व अन्य स्थानों पर कोर्स करने जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि छात्र हित में मांग की जायेगी कि कालेज में रोजगार परक विषय खोले जायं। उन्होंने कहा कि कालेज में छात्रों के लिए कोई पार्किंग की व्यवस्था नहीं है जिस कारण छात्रों को अपने वाहन कालेज के बाहर रोड साइड में खडे़ करने पड़ते हैं जबकि कालेज के बाहर थोड़ा स्थान है लेकिन वहां बाहरी व्यक्तियों के वाहन खड़े रहते हैं। उन्हांेने कहा कि वर्ष 2019 में छात्रों से परीक्षा के दौरान अतिरिक्त 12 सौ रूपया प्रति छात्र शुल्क लिया गया था जो कि करीब चाढे चार लाख है लेकिन कालेज प्रशासन ने आज तक यह अतिरिक्त शुल्क छात्रों को वापस नहीं किया। साथ ही कालेज का भवन जर्जर हो गया है उसकी मरम्मत होना आवश्यक है ताकि भविष्य में किसी दुर्घटना से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि इन सभी विषयों पर मुख्यमंत्री का ध्यान खंीचा जायेगा व उन्हें ज्ञापन दिया जायेगा। इस मौके पर मनोज कुमार, अजय रावत, गौरव रावत, सूरज कुमार, आकाश पंवार, कुलदीप थापा आदि मौजूद रहे।