पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने पूर्व पालिकाध्यक्ष मल्ल पर किया पलटवार, कहा- जिनके घर शीशे के होते हैं वे दूसरे के घर पर पत्थर नही फेंकते

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पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने चार साल बाद तोड़ी चुप्पी, पूर्व पालिकाध्यक्ष के घोटालों को सिलसिलेवार रखा 
पालिकाध्यक्ष अनुज ने कहा-एक भी आरोप सिद्व हुआ तो अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दूंगा
मसूरी। पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल के आरोपो पर जबरदस्त पलटवार किया। और कहा कि जिनके खुद के घर शीशे के होते है, उन्हें दूसरों के घरों पर पत्थर नही फेंकने चाहिए। पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि आरोप लगाने से पहले पूर्व पालिकाध्यक्ष मल्ल को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। मल्ल ने दस साल में क्या क्या नही किया।
मल्ल पर लगाया आरोप नंबर-1- माउंटरोज में पालिका के अधिशासी अधिकारी के अधिकृत आवास को अपने बेटे के नाम पर एलाॅट करवाया। यही वह वजह हो सकती है। जो आने वाले चुनाव में पूर्व पालिकाध्यक्ष मल्ल के सामने सबसे बड़ी समस्या खड़़ी होगी। स्वयं कुर्सी पर विराजमान रहते मल्ल ने अपने परिजनों को लाभ पहुंचाया। इस बावत कुछ समाजसेवियों ने इस मामले को चुनाव आयोग के साथ ही शहरी विकास निदेशालय तक भी पहुंचा दिया है।
आरोप-2– जिस जगह पर पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन ंिसह मल्ल ने होटल खड़ा किया है। वह नगरपालिका मसूरी की भूमि पर है। माउंटरोज की जमीन को खुर्द-बुर्द कर होटल बनाया। उपर से होटल पूरी तरह से अवैध है। पालिकाध्यक्ष गुप्ता ने कहा कि होटल का मानचित्र भी स्वीकृत नही है। अतिक्रमण कर बनाया गया।
आरोप-3- किंक्रेग में एक दुकानदार एस के गोयल को 17 लीज की गई। जो उनके कार्यकाल में हुई हैं। उक्त दुकानदार के पास कुल 22 लीज होना बताया गया है। पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि क्या शहर में कोई जरूरतमंद नही था। जिसे लीज दी जा सकती थी। क्या कोई बेरोजगार नही था। जिसे स्वरोजगार के लिए लीज दी जा सकती थी।
आरोप-4- भट्टाफाॅल में जहां पर रोपवे का निर्माण और संचालन किया जा रहा है। वह भूमि नगरपालिका मसूरी की हैं। उसे खुर्द-बुर्द कर शैल शिखर के नाम किया गया। जिसमें खुद पूर्व पालिकाध्यक्ष मल्ल की अंशदान होना बताया जा रहा है।
आरोप-5-कंपनी बाग को लीज पर दिए जाने का काम मल्ल की बोर्ड में किया गया था। कंपनी बाग को शासन की अनुमति के बगैर तत्कालीन पालिकाध्यक्ष मल्ल ने आखिर इतने लंबे समय के लिए कैसे पर लीज पर दिया। इस पर शक की सुई उनकी और घुमती है।
आरोप-6- मालरोड स्थित जवाहर एक्विेरियम लंबे समय से लीज पर है। यह भी पालिका के नियमविरू़द्व दिया गया। जिस जगह पर एक्विेरियम है उस जगर पर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू नाम पर पार्क बनाया गया था। उक्त पार्क तत्कालीन विधायक रणजीत सिंह वर्मा ने बनवाया था।
आरोप-7-झूलाघर में रेहड़ी-ठेली वालों को बेघर किया गया था।
आरोप-8-मल्ल ने अपने 10 साल के कार्यकाल में नाले-खालों में पालिका का धन बर्वाद किया। वे चाहते तो विकास कार्य करवा सकते थे। पर नही किया। इसके अलावा दर्जनों ऐसे गंभीर आरोप लगाए। जिनकी जांच के लिए शहरी विकास विभाग को शिकायतें की जा चुकी है।
पालिकाध्यक्ष गुप्ता ने चुनौती दी कि मल्ल बतायें कि उनके कार्यकाल में एक भी स्थान पर पालिका की भूमि पर खोखा बना हो, उन्होंने जो भी आवंटन किया या वेंडर जोन बनाये उनकी बाकायदा शासन से अनुमति ली गई व बोर्ड में प्रस्ताव पास किए गये, अगर एक भी स्थान पर पालिका की भूमि पर कब्जा साबित करें तो वह स्तीफा दे देंगे। जबकि उन्होंने पालिका की भूमि पर होटल बनाया व माउंटरोज पर एक आवासीय परिसर पर कब्जा कर रखा है।
पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने पत्रकारों से बातचीत में पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन मल्ल पर आरोपों की झड़ी लगायी। उन्हांेने कहा कि उनके कार्यकाल में जो भी सरकारी भूमि पर कार्य किया गया उसकी बाकायदा शासन से अनुमति ली गई व उसके बाद कार्य किए गये। जबकि पूर्व पालिकाध्यक्ष ने अपने दस साल के कार्यकाल में नाले खाले पर ही ध्यान दिया। उन्होंने पालिका की जमीनों को खुर्दबुर्द किया है। अगर उन्हें शहर का विकास करना होता तो लंढौर में पार्किंग क्यों नहीं बनवाई, मैसानिक लाॅज का चैड़ी करण क्यों नहीं किया। जहां तक शिफन कोट का सवाल है तो आज मनमोहन सिंह मल्ल उनके साथ खड़े हैं जबकि उनके कार्यकाल में ही उन्हें अवैध ठहराया गया व उन्हें नोटिस दिए गये उसके बाद ही वहां से मजदूरों को बेघर किया गया। जबकि वर्तमान बोर्ड ने शिफन कोट के आधे से अधिक मजदूरों को पालिका के रैन बसेरों, आईडीएच व अन्य स्थानों पर आवास दिए जो बचे है उनके लिए प्रयास किया जा रहा है। वहीं पालिका ने आईडीएच में जो भूमि मजदूरों के आवास के लिए दी है उसका बोर्ड में प्रस्ताव पास किया गया व उसका प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने माल रोड के कार्य की सराहना की व प्रदेश के मुख्यमंत्री व मसूरी के विधायक व मंत्री गणेश जोशी का विशेष आभार व्यक्त किया व कहा कि जब कार्य होता तो परेशानी होगी ही, लेकिन जब मालरोड बनेगी तो उसका लाभ पर्यटन व स्थानीय लोगों को मिलेगा।

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