धनोल्टी/मसूरी
धनोल्टी के पूर्व विधायक एवं गढ़वाल मंडल विकास निगम के निवर्तमान अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड ने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को लेकर दिल्ली प्रवास के दौरान अनेक केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की। क्षे़त्र की अनेक योजनाएं ऐसी है जिनमें केंद्र सरकार के सबंधित मंत्रालयों की स्वीकृति लेनी अनिवार्य थी। इस बावत रांगड ने समय रहते हुए जन समस्याओं के निराकरण के लिए मंत्रियों को पत्र सौपे।
दिल्ली प्रवास के दौरान श्री रांागड ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर नगुण-भवान मोटर मार्ग के चैडीकरण की वित्तीय स्वीकृति देने एवं कई वंचित लाभार्थियों को मुआवजा दिलवाने की मांग की। अगलाड-थत्यूड मोटर मार्ग को एनएच के साथ जोडने की मांग की। इस पर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने प्रदेश सरकार को निर्देशित कर यथाशीघ्र कार्रवाई करने की बात कही। केंद्रीय जल मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से भेंटकर अगलाड और भ्रदीगाड नदी पर तटबंध बनवाने और यमुना-मसूरी पंपिंग पेयजल योजना में स्थानीय लोगों को इस योजना का लाभ दिलवाने का आग्रह किया।
केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतराज मंत्री गिरिराज सिंह से धनोल्टी विधानसभा क्षेत्र में उत्तराखंड प्रधानमंत्री सडक योजना के अंतगर्त तीसरे चरण की स्वीकृति दिलाए जाने के बावत वार्ता की। जिसमें बग्याल से सेवाली पातल मोटरमाग, क्यूलागी से बमराडी मोटर मार्ग, दुगड्डा पुल से मोलधार मोटर मार्ग, मरोड बनाली मोटर मार्ग, थत्यूड-कैंपटी मोटर मार्ग, थत्यूड-मराड मोटर मार्ग परोगी-कांडी मोटर मार्ग , लालूरी कोटी मेहरूकी मोटर मार्ग, लालूरी घियाकोटी-क्यारदा मोटर मार्ग, मसोन-कांडी मोटर मार्ग, दुधली-डिबोगी मोटर मार्ग, गरखेत-द्वारगढ मोटर मार्ग, ककडू उडार्सू मोटर मार्ग, बिलोेंदी पुल से फिडोगी मोटर मार्ग, साटागाड बैंड से घेराचक डंडासारी धुत्तू मोटर मार्ग आदि की वित्तीय स्वीकृति दिलाने की मांग की। आश्वस्त किया कि तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने को संबंधित विभाग को निर्देश दिए जाएंगे।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा बीरेंद्र कुमार से धनोल्टी विकास खंड के थौलधार में गंगाडी समुदाय को केंद्र की ओबीसी एंवं पिछडी जाति में शामिल करने की मांग की।
केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट को धनोल्टी विधानसभा के पर्यटक स्थलों के विकास के बावत पत्र सौंपा। जिसमें नागटिब्बा-देवलसारी ट्रेक रूट, पंतवाडी-नागटिब्बा ट्रेक रूट, लालूर पट्टी के विरोड से नागथात मंदिर तक की सडक का डामरीकरण, पालीगाड की देवलसारी को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित करना, दशज्यूला में मोरियाना टाॅप को पर्यटक केंद्र के रूप में विकसित करना, सकलाना पट्टी कद्दूखाल स्थित सिद्वपीठ सुरकंडा देवी मंदिर को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित करना ,सकलाना के काश्तकारों के लिए नकदी फसल के लिए कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था करना आदि शामिल है। श्री भट्ट ने आश्वस्त किया कि जल्दी की इस दिशा में काम किया जाएगा।