श्री घंटाकर्ण देवता की पूर्ण कुंभीय जात संपन्न, हजारों श्रद्वालु पहुंचे धाम

उत्तराखंड दुनिया देश देहरादून

अपार श्रद्वा और आस्था का केंद्र बन गया लोस्तु स्थित घंटाकर्ण देवता का मंदिर, कोरोना की  गाइडलाइन का अनुपालन सुनिश्चित कर देने के बावजूद भी देश के कोन.कोने से पहुंचे हजारों श्रद्वालु, मंदिर को देख अभिभूत हुए दर्शनार्थी 
घंडियालधार/मसूरी/देहरादून
श्री घंटाकर्ण देवता की पूर्ण कुंभीय जात संपन्न, हजारों श्रद्वालु पहुंचे धाम। विधि-विधान से पूजा अर्चना और प्रहर पूजा के बाद घंटाकर्ण के बल्लम निशान के साथ निकाली गई भव्य झांकी का समापन देवस्थान देवगढी में किया गया। जहां पर श्री घंटाकर्ण महाराज के बल्लम निशान इत्यादि तमाम सजोसामान आगामी 6 साल तक रहेगा। हर साल नियत समय पर यहां पूजा अर्चना की जाएगी।
जनपद टिहरी गढ़वाल के कीर्तिनगर विकासखंड की नैसर्गिक छटा से परिपूर्ण लोस्तु पट्टी की सुरम्यवादी में स्थित श्री घंटाकर्ण देवता का मंदिर देश और दुनिया के लाखों श्रद्वालुओं का श्रद्वा और आस्था का केंद्र बन गया है। कोविड-19 महामारी के नए वेरियंट ओमिक्रान की गाइडलाइन का अनुपालन सुनिष्चित किए जाने के बाद भी मंदिर में हजारों श्रद्वालु श्री घंटाकर्ण मंदिर के दर्शन  कर चुके हैं। सैंकडों सालों से मान्यता है कि धंडियाल देवता की अर्ध कुंभीय और पूर्ण कुंभीय जात में जो भी श्रद्वालु पहुंचते हंै। उनकी मनोकामना पूर्ण होती है। यही प्रमुख वजह है कि हर 6 और 12 साल बाद होने वाली देव जात्रा में श्रद्वालुओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है। 2021 में घंडियालधार स्थित श्री घंटाकर्ण देवता के मंदिर का भव्य और दिव्य पुनर्निमाण किया गया। शुद्धिकरण  भगवान बद्रीनाथ के रावल और श्री घंटाकर्ण के रावल दिनेश प्रसाद जोशी  द्वारा किया गया।

बता दें कि इस साल आयोजित होने वाली पूर्ण कुंभीय जात 9 जनवरी 2022 से आरंभ हुई और 18 जनवरी तक चली। पूरी विधि विधान से श्री घंटाकर्ण देवता और अन्य देवताओं के निशान  यथास्थान देवगढ़ी में रखने के बाद जात संपन्न हुई। इस बार सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर  सिंह धामी  ने श्री घंटाकर्ण देवता के मंदिर को सातवें धाम के रूप में घोषित किया। क्षेत्रवासियों और देश  विदेश  से आने वाले भक्तों में इससे नया उत्साह और उर्जा का संचार हुआ। लेकिन जात आरंभ होते ही ओमिक्रान का साया भी साथ चलता गया। जिससे यहां आने वाले भक्तों और मंदिर समिति को जात को दिव्य और भव्य रूप में आयोजित करवाने में स्वाभाविक तौर पर अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ा । जहां समूचे प्रदेश  में सभी किस्म के सांस्कृतिक कार्यक्रम, राजनीतिक रैलियों और यहां तक कि शादी-समारोह में कई प्रतिबंध लगाए गए। ऐसे में श्री घंटाकर्ण देवता के मंदिर में श्रद्वालुओं को रोकना  असंभव था। 9 जनवरी से कडे पुलिस पहरे और कोविड अप्रोप्रियेट विव्हेवियर के बीच जात को संपन्न करवाना बडी चुनौती बन गया था। इसके बावजूद मंदिर समिति की  सूझबूझ और प्रशासन के बेहतर तालमेल से नौ दिवसीय जात सकुशल संपन्न हुई। हजारों लोगों ने देवदर्शन  किए। पूर्ण कुंभीय जात के दौरान प्रदेश  के कई दिग्गज राजनीतिकों ने श्री घंटाकर्ण के दिव्य दर्षन किए। जिनमें काबीना मंत्री डा धन सिंह रावत, गणेश  जोशी , पूर्व काबीना मंत्री और देवप्रयाग के पूर्व विधायक मंत्री प्रसाद नैथानी, पूर्व काबीना मंत्री दिवाकर भट्ट, देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी, पूर्व राज्य मंत्री जोत सिंह गुनसोला, मसूरी पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, मंडी परिषद् के पूर्व अध्यक्ष उपेन्द्र थापली , गोदावरी थापली , मसूरी पालिका सभासद दर्शन रवत , प्रताप पंवार ,  लंदौर छावनी के पूर्व उपाध्यक्ष महेश चन्द्र ,  समेत देश  और दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्वालुओं ने श्री घंटाकर्ण का आशीर्वाद लिया । मेला संपन्न कराने में मंदिर समिति अध्यक्ष केप्टन सते सिंह भंडारी, उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह कैंतुरा, सचिव उमेद सिंह मेहरा के अलावा व्यवस्थापक सरोप सिंह भंडारी, उप व्यवस्थापक राकेश  बत्र्वाल, उप सचिव रामेश्वर  बत्र्वाल, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बत्र्वाल, उपकोषाध्यक्ष चंद्रमोहन गोदियाल, प्रभारी अतिथि स्वागतत डा दर्मियान सिंह भंडारी, सेवादल प्रभारी भोपाल सिंह कंडारी और तेज सिंह भंडारी, प्रभारी सांस्कृतिक समिति प्रधानाचाय सरोप सिंह मेहरा,सूबेदार धर्म सिंह बत्र्वाल,चतर सिंह भंडारी, मीडिया प्रभारी षूरवीर सिंह भंडारी, भंडारा प्रभारी कीर्ति सिंह कंडारी व रघुवीर सिंह भंडारी, भंडार प्रभारी राजेंद्र सिंह बत्र्वाल, बीरेंद्र सिंह कैंतुरा, चंदा एवं पुत्रकर प्रभारी सुखबीर सिंह लिंगवाल व जमन सिंह पडियार, कुंदन सिंह भंडारी एवं मेहरबान सिंह भंडारी, विक्रम सिंह मेहरा, प्रभारी दुकान आवंटन जयेेंद्र सिंह मेहरा व मोहन सिंह कैंतुरा, अर्जुन सिंह मेहरा, मंगल सिंह सोबन सिंह मेहरा, त्रिपन सिंह बत्र्वाल, षंभूलाल, हर्षलाल और मनोहरीलाल समिति के सदस्यों में एडवोकेट सूरत सिंह मेहरा, अर्जुन सिंह भंडारी, रघुवीर सिंह कठैत, दीपेंद्र भंडारी, बद्री सिंह भंडारी, उदय सिंह नेगी, त्रेपन सिंह भंडारी, डा बीरेंद्र सिंह बत्र्वाल, प्रो धुब्र सिंह कैंतुरा, बीरेंद्र सिंह भंडारी, भजन सिंह कैंतुरा, सुरेद्र सिंह कैंतुरा, सुरेंद्र सिंह मेहरा, देवेष्वर प्रसाद जोषी, जीत सिंह भंडारी, मोहन सिंह बत्र्वाल,प्रेम सिंह बत्र्वाल,ओमप्रकाश  गोदियाल,दर्मियान सिंह कंडारी, रघुवीर सिंह कंडारी, मंगल सिंह नेगी, राजेष चमोली, विक्रम सिंह नेगी, राजवीर सिंह कैंतुरा, सुर्वेश्वर  प्रसाद भट्ट, जय सिंह भंडारी, प्रदीप भंडारी, जयेंद्र मेहरा, दीपक गोदियाल, जबर सिंह बत्र्वाल के अलावा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, ब्लाक प्रमुख कीर्तिनगर सोबन सिंह पंवार, पूर्व ब्लाक प्रमुख कीर्तिनगर जयप्रकाश  शाह पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और मसूरी लंढौर छावनी के पूर्व सभासद नरेंद्र सिंह पडियार, मसूरी भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष पुष्पा पडियार, अमित कैंतुरा, विख्यात रंगकर्मी और लोककला विद अनिल गोदियाल, देवी प्रसाद गोदियाल आदि ने सहयोग प्रदान किया। समिति के सचिव  उमेद सिंह मेहरा ने मेला सम्पन्न करवाने में  जिला प्रशासन के अभूतपूर्व  सहयोग के लिए  आभार व्यक्त किया

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