मसूरी। व्यापार संघ ने अतिक्रमण के नाम पर पानी के प्याऊ तोड़ने के विरोध में जैन धर्मशाला प्रांगण में धरना दिया व पालिका के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि नगर पालिका जानबूझ कर शहर के प्याऊ तोड़ कर वहां अपने चहेतों को बिठाना चाह रहा है।
जैन धर्मशाला के प्रांगण में धरने पर बैठे व्यापार संघ के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि जैन धर्मशाला में लगा प्याऊ एक होटल से मिल कर नगर पालिका अधिशासी अधिकारी ने अतिक्रमण की आड़ में प्याऊ तुड़वाया ताकि उसका रास्ता साफ हो सके। जबकि वह धर्मशाला की निजी संपत्ति पर बना था। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जायेगी। दूसरा प्याऊ मैसानिक लाॅज बस स्टैण्ड पर था जिसका लाभ पर्यटकों सहित राहगीर व स्थानीय लोग लेते थे उसे तुड़वा दिया गया यह कौन सा न्याय है। तीसरा प्याऊ कुलड़ी में था तोड़ जा रहा है। बार्लोगंज का प्याऊ एक होटल को लाभ पहुंचाने के लिए तोड़ दिया गया, लाइब्रेरी बस स्टैण्ड का प्याऊ तोड दिया गया। अकादमी मार्ग पर इंदिरा भवन के समीप एक प्याऊ था उसे तोड़ दिया गया आखिर नगर पालिका प्याऊ तोड़कर कौन सी राजनीति करना चाहती है। उन्होंने शहर में चलाये जा रहे अतिक्रमण अभियान पर भी सवाल खड़े किए व कहा कि पूरा अभियान अवैध है। राज्य सरकार द्वारा कोई अतिक्रमण अभियान नहीं चलाया जा रहा है यह पालिकाध्यक्ष के द्वारा चलाया जा रहा है। जनता में डर व भय का वातावरण बनाया जा रहा है ताकि लोग उनकी शरण में आयें। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास नगर पालिका की रसीद है या जो निजी संपत्ति में है वह किस आधार पर तोड़ा जा रहा है जिसके पास कोई रसीद नहीं है उनका अतिक्रमण तोड़ा जाय उसमें पालिका का पूरा सहयोग किया जायेगा। इस मौके पर पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मेघ सिंह कंडारी ने कहा कि जो अतिक्रमण अभियान चलाया जा रहा है वह बिल्कुल गलत है। अगर अतिक्रमण है तो उन्हें नोटिस क्यों नहीं दिया जा रहा, उन्हें हटने का समय नहीं दिया जा रहा। पूर्व में भी जिनका अतिक्रमण हटाया था उन्हें दुकान देने का वादा पालिकाध्यक्ष ने किया था लेकिन बाद में उन्हें दुकाने नहीं मिली व गुपचुप पैसा लेकर दुकाने अन्य को दे दी गई। अतिक्रमण के साथ प्याऊ को तोड़ने की बात समझ में नहीं आयी। उन्होंने कहा कि जो अतिक्रमण नालों पर है या जिनके नक्शे पास नहीं है उनके पास कोई नहीं जा रहा केवल गरीबों को उजाड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि नगर प्रशासन, पालिका प्रशासन इसका कौन जिम्मेदार है। प्रशासन किसके कहने पर अन्याय पूर्ण कार्रवाई कर रहा है। जहां नक्शा पास नहीं है वहां क्यों नहीं जा रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद बड़ी मुश्किल से रोजगार शुरू हुआ था लेकिन अब उनकी दुकानें तोड़ दी गई है।ं इस मौके पर ललितमोहन काला ने कहा कि यह अभियान पालिका के द्वारा किया जा रहा है। पालिका खुद अवैध निर्माण कर रही है। गत वर्ष जो अतिक्रमण किंक्रेग आदि क्षेत्रों से हटाया गया था वहां पालिका ने ही खुद दुकानें बना दी व जिनको देनी थी उनको न देकर अन्य लोगों को मिली भगत कर दे दी गई। और इस बार भी इसी तरह के झूठेे आश्वासन दे रही है। इस मौके पर नागेद्र उनियाल, राजकुमार, अमित गुप्ता, राशिद, विजय राम शर्मा, सलीम अहमद आदि मौजूद रहे।
पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा
धरने पर बैठने वालों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहाकि व्यापार संघ अध्यक्ष पहले यह तय करें कि वह पटरी वालों के नेता है या व्यापारियों के। क्योंकि यही पहले पटरी हटाने अवैध खोखों को हटाने व फूड वैन हटाने की मांग करते थे अब उनके पक्ष में खड़े हैं जबकि व्यापारी खुश हैं। उन्होंने कहा कि जिनके खोखे तोड़े गये उनको वेंडर जोन में स्थान दिया जायेगा वह इनके बहकावे में नहीं आयें। उन्होंने पालिका के पार्किग निर्माण को अवैध बताने पर कहा कि पहले वह अपनी जानकारी सही कर लें क्यो कि पालिका स्वयं में सरकार है और वह जो निर्माण करती है वह जनहित में करती है उसकी सूचना मात्र एमडीडीए को दी जाती है। वहीं उन्होंने कहाकि अभी कई और नालों की सूचना जनता दे रही है उनको भी खोला जायेगा।