मसूरी
अंग्रेजी के जाने-माने लेखक और पद्मभूषण से सम्मानित रस्किन बांड ने आज आपने प्रशंसकों के बीच 90वां जन्मदिन मनाया। बांड के लेखन में जितनी अधिक लावण्यणता है। उससे अधिक उनके जीवन की सादगी। जीवन के नब्बे वसंत पारे चुके बांड आज भी प्रतिदिन पांच पेज लिखते हंै। बकौल बांड उन्हें अब भूख और नींद अधिक आती है। दोपहर बाद जैसे ही रस्किन बांड मालरोड स्थित कैंब्रिज बुक डिपो पहुंचे। वे प्रशंसकों से घिर गए। भारी संख्या में प्रशंसकों की भीड़ जमा होने से उहापोह की स्थिति पैदा हो गई। वीकेंड और पर्यटक सीजन अपने शबाव पर होने के कारण देश के विभिन्न हिस्सों से आए लोग रस्किन के दीदार के आतुर थे। बच्चों में खासा कौतूहल रहा। बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग और महिलाएं भी भारी संख्या में कैंब्रिेज बुक डिपो से लेकर रियाल्टो तक कतार में खड़े रहे। पंजाब से आए अतुल सिंह ने बताया कि वे सपरिवार सुबह दस बजे से कैंब्रिज बुक डिपो पहुंच गए थे।
रविवार सुबह से ही उनके आवास पर जन्मदिन की शुभकामनाएं देने वाले प्रशंसकों को तांता लगा रहा।
कई लेखक और प्रकाशक और बुक स्टाॅल के लोगों ने बुके देकर और केट काट उनका जन्मदिन की मुबारकवाद दी। बांड ने अपने जन्मदिन पर प्रशंसको और पाठकों को किताब के रूप में तोहफा दिया। बीते चार दिन पहले भी बांड ने स्वलिखित किताब को लोकार्पण किया था। इस किताब में बांड ने अपने प्रारंभिक जीवन की घटनाओं से मसूरी और आसपास के लोक जीवन की कई रूचक घटनाओं को स्थान दिया है। अपने जन्मदिन के मौके पर बांड ने कुछ किताबें लोकार्पित की। और केक काटा। कैंब्रिज बुक डिपो के स्वामी सुनील अरोरा ने बताया कि अपने जन्मदिन पर बांड कई दशक से यहां आकर प्रशंसकों को आॅटोग्राफ देते रहे हैं। इस पर 90वें जन्मदिन को खास तरीके से सेलिबे्रट किया गया है।बच्चों समेत वहां मौजूद लोगों ने अपने चेहते लेखक बांड का जन्मदिन बड़े उल्लास के साथ मनाया। लोगों ने केट कटिंग सेरेमनी के साथ ही हैप्पी बथेडे डीयर रस्किन से मालरोड को गूंजायमान कर दिया