मसूरी। उपजिला चिकित्सालय लंढौर में राष्ट्रीय दृष्टिविहीनता नियंत्रण एवं विजुअल इंपेयरमेंट कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय नेत्र परीक्षण शिविर आयोजित किया गया जिसमें 140 लोगों के नेत्रों का परीक्षण किया गया। जिसमें से 15 को मोतियाबिंद होने पर आपरेशन की सलाह दी गई वहीं 50 लोगों को नजर के चश्में निःशुल्क वितरित किए गये।
उपजिला चिकित्सालय में लगे नेत्र परीक्षण शिविर में नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. मेहा पांगती ने नेत्र रोगियों का परीक्षण किया जबकि देहरादून चिकित्सालय से आये दृष्टिमितिज्ञ अनिल कुमार टम्टा ने आंखों के नंबर की जांच की। डा. मेहा पांगती ने बताया कि शिविर में 140 नेत्र रोगियों का परीक्षण किया गया जिसमें बच्चे भी शामिल थे वहीं शिविर में पचास लोगों को नजर के चश्में निःशुल्क वितरित किए गये जबकि अन्य लोगों को जिन्हें चश्में की जरूरत है उनके नंबंर नोट किए गये व उनके चश्मों को आर्डर किया गया व जब बन जायेगें तो उन्हें वितरित किए जायेंगे। उन्होंने बताया कि शिविर के करीब 15 लोगों के मोतियाबिंद पाया गया जिन्हें आपरेशन करवाने की सलाह दी गई। इस मौके पर उप जिला चिकित्सालय के सीएमएस डा. यतेंद्र सिंह ने बताया कि मसूरी में अभी ओटी की सुविधा न होने के कारण यहां पर मोतियाबिंद के आपरेशन नहीं हो पा रहे हैं इसके लिए नेशनल हेल्थ मिशन की निदेशक डा. सरोज नैथानी ने सीएमओ को पत्र लिखा है कि उप जिला चिकित्सालय में ओटी की व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा कि जैसेे ही ओटी तैयार होती है व स्टाफ पूरा होता है उसके तुरंत बाद यहां पर मोतियाबिंद के आपरेशन शुरू कर दिए जायेंगे। व मसूरी व आसपास के लोगों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा।