मसूरी। लेखक व सेवानिवृत्त डीजीपी आलोक लाल व मानस लाल की पुस्तक ON THR TRAIL OF THUGS AND THIEVES का लोकार्पण अंग्रेजी लेखक गणेश सैली व लेखक स्टीफन आॅल्टर ने होटल फर्न ब्रेंटवुड के सभागार में किया। विमोचन के साथ ही पुस्तक पर और लेखक द्वय के साथ गहन चर्चा की गई। ओपन हाउस में सवाल-जबाव भी किए गए।
कुलड़ी स्थित एक होटल फर्न ब्रेंटवुड के सभागार में आयोजित लोकार्पण समारोह में पूर्व डीजीपी आलोक लाल व उनके पुत्र द्वारा संयुक्त रूप से लिखी गई कहानियों की पुस्तक आॅन द टेªल आॅफ ठग्स एंड थीव्स के लोकार्पण के मौके पर पुस्तक के लेखक आलोक लाल ने कहा कि 37 साल तक पुलिस महकमें में उच्च पदों पर नौकरी के करने के बाद कहानियों के अंबार ने उन्हें लिखने के लिए प्रेरित किया। उनका कहना है कि पुलिस ऐसा विभाग है जिसमें आप ऐसे लोगों से मिलते है जो दिलचस्प होते है या ऐसे होते है जिन्हें मिलना नहीं चाहते। पुलिस के पास बहुत कहानियां होती है इसलिए वह कहानियां दूसरों तक पहुंचे इसलिए यह पुस्तक लिखी है। उन्होंने बताया कि पहली पुस्तक बारहबंकी नारकोस उसका वेबसीरीज भी बन रहा है। एक और किताब केरल की घटना पर आधारित है। उस पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में व्यस्त रहने के कारण परिवार से मिलने का समय नहीं रहता ऐसे में बेटे के साथ पुस्तक लिखकर अच्छा अनुभव मिल रहा है। इस मौके पर लेखक मानस लाल ने कहा कि इस पुस्तक में आठ कहानियां है जिसमें उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के गांवों से जुड़ी है इन कहानियों में चोरियों के उपर लिखा है लेकिन इससे बडी बाते पता चलती है। यह पुस्तक बडी ही एक्साइटिंग है, व सभी कहानियां सच्ची घटनाओं पर आधारित हैं। ऐसे लोगों की कहानियां है जो हीरो बनते है समाज को दिशा व उम्मीद देने वाली हैं। इस मौके पर मुख्य अतिथि गणेश सैली ने कहा कि यह पुस्तक में लेखक ने अपने पुलिस के अनुभवों को साझा किया है। उनके समय में जो मामले पुलिस में आये उन पर लिखी है। अपराध किस तरह होता है व उसका निस्तारण कैसे किया जाता है। यह पुस्तक बहुत रोमांच से परिपूर्ण है। जिसे पढने में पाठकों को आनंद आयेगा। इस मौके पर लेखक स्टीफन आल्टर ने कहा कि आलोक लाल व उनके पुत्र मानस लाल ने जो यह पुस्तक लिखी उन्होंने दो बार पढ़ी इसमें बड़ी ही पुलिस से जुडी रोचक कहानियां है इसमें सबसे अच्छी बात है कि जो कहानी एक सिरे से शुरू होती है वह दूसरे छोर पर समाप्त होती है जिसे पाठक अंत तक पढेगा। इस पुस्तक को पढने वालों को प्रोत्साहन मिलेगा वहीं पुलिस विभाग में जो कार्यरत है उनके लिए प्रेरणा होगी कि वह भी ऐसे मामलों को निस्तारित करें। कार्यक्रम का संचालन नूपुर कर्णवाल कैंतुरा ने किया। इस मौके पर लेखक व कलाकार और बुक वल्र्ड देहरादून के संचालक सिद्धांत, पूर्व जनरल जहीरूददीन शाह, रजत अग्रवाल, संदीप साहनी, रजनी एकांत, आभा सैली, मदन मोहन शर्मा, माधुरी शर्मा, संजय हजेला, रजत कपूर, सुनीता कुण्डले, शूरवीर भंडारी, अनीता सक्सेना, बीना गुनसोला, पुष्पा पडियार, रिया खान शर्मा, नागेन्द्र उनियाल , मनोज AGARWAL सहित स्कूलों के बच्चे व शिक्षक व साहित्यप्रेमी मौजूद थे