नई दिल्ली
लेफ्टिनेंट जनरल संजीव कुमार शर्मा, एवीएसएम, वाईएसएम 1 जुलाई 2021 को डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (स्ट्रैटजी) की नियुक्ति का प्रभार संभालेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल एसके शर्मा ने लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह से इस नियुक्ति का कार्यभार संभाला, जो 30 जून 2021 को सेवानिवृत्त हुए। सेना में उनका 39 साल का शानदार करियर रहा।
उप प्रमुख (रणनीति), भारतीय सेना के अभियानों और खुफिया निदेशालयों के कामकाज की देखरेख के लिए बनाई गई एक नई व्यवस्था है जो अन्य महत्वपूर्ण शाखाओं के बीच भारतीय सेना के भीतर होने वाली सबसे महत्वपूर्ण नियुक्तियों में से एक है। इस अहम नियुक्ति को संभालने से पहले लेफ्टिनेंट जनरल एस के शर्मा मिलिट्री इंटेलिजेंस के महानिदेशक थे।
जनरल ऑफिसर राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, बेंगलुरु के पूर्व छात्र हैं और दिसंबर 1983 में उन्होंने राजपूताना राइफल्स में कमीशन प्राप्त किया था। जनरल ऑफिसर विभिन्न संघर्षरत इलाकों में अलग अलग भूमिकाओं में रहे हैं और उन्होंने अनेक प्रकार की कमान, स्टाफ और इंस्ट्रक्शनल भूमिकाएं संभाली हैं। उन्होंने पूर्वोत्तर में एक सक्रिय विद्रोह विरोधी वातावरण में एक इंफैंट्री बटालियन की कमान संभाली, नियंत्रण रेखा के साथ तैनात एक इंफैंट्री ब्रिगेड और उसके बाद पश्चिमी क्षेत्र में एक इंफैंट्री डिवीजन और एक कोर की कमान संभाली।
वह डिफेंस सर्विसेज़ स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन, हायर डिफेंस मैनेजमेंट कोर्स सिकंदराबाद और नेशनल डिफेंस कॉलेज नई दिल्ली के पूर्व छात्र रहे हैं, उन्होंने मिलिट्री ऑपरेशंस डायरेक्टरेट, सेना की उत्तरी कमान तथा सेना प्रशिक्षण कमान के मुख्यालय, मुख्यालय चिनार कोर और एक आर्टिलरी डिवीज़न के मुख्यालय में प्रतिष्ठित भूमिकाएं निभाई हैं। वह भारतीय सैन्य अकादमी में प्रशिक्षक रह चुके हैं और लाइबेरिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन (यूएनओएमआईएल) के साथ सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में भी काम कर चुके हैं। जनरल ऑफिसर ने पुणे विश्वविद्यालय से रक्षा और सामरिक अध्ययन में डॉक्टरेट की उपाधि भी ली है।
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