मदन मोहन शर्मा ने आपातकाल के संस्मरण सुनाये, कोरोना काल में भाजपा ने 25 जून को काला दिवस के रूप में मनाया

मसूरी

भाजपा को कोरोनाकाल में आपातकाल याद आया, 25 जून को काला दिवस के रूप में मनाया
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भाजपा मसूरी मंडल ने 25 जून 1975 में तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार के आपात काल लगाये जाने के 46 वें वर्ष को काला दिवस के रूप में मनाया। इस मौके पर आयोजित गोष्ठी में मुख्य वक्ता भाजपा मसूरी मंडल के पूर्व अध्यक्ष व पालिका सभासद मदनमोहन शर्मा ने आपात काल के दौरान किए गये उत्पीड़न के संस्मरण सुनाये। वहीं युवाओं का आहवान किया कि उनके हाथों में देश का भविष्य है, इसलिए संगठन को मजबूत करने के लिए कार्य करें।
महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु विद्यामंदिर इंटर कालेज के सभागार में आपातकाल को काला दिवस के रूप में मनाया व गोष्ठी का आयोजन किया। इस मौके पर मुख्य वक्ता मदन मोहन शर्मा ने कहा कि आपात काल में बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ा, अभिव्यक्ति की आजादी छीन ली गइर्, नेताओं को जेलों में डाल दिया गया।
उन्होंने युवाओं का आहवान किया कि आज देश में ऐसी परिस्थिति बनाने का प्रयास किया जा रहा ह,ै ऐसे में युवाओं को पार्टी हित के साथ ही जनता के बीच जाकर कार्य करना चाहिए व संर्घर्षशील होना चाहिए। इस मौके पर मुख्य वक्ता मदन मोहन शर्मा ने बताया कि 1975 में 18 जून को इंदिरा गांधी के चुनाव को न्यायालय ने निरस्त कर दिया था। जिस पर इंदिरा गांधी ने 25 जून की मध्य रात्रि को देश में आपात काल की घोषणा कर दी व देशवासियों के मौलिक व संवैधानिक अधिकारों को छीन लिया गया था। उस समय देश में जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में देश व्यापी आंदोलन किया गया व तत्कालीन केंद्र सरकार ने देश के बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया, मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया। उस समय जो अखबार छपते थे उन्हें सेंसर किया जाता था व कई पन्ने खाली छपते थे। उन्होंने तत्कालीन समय के संस्मरण सुनाते हुए कहा कि उस समय जनसंघ के अध्यक्ष खुशहाल सिंह राणावत थे वहीं उपाध्यक्ष कलम सिह, महामंत्री रतन लाल व वे सहसचिव थे। कुल 11 लोग थे आपात काल लगने के बाद देहराूदन से जिलाध्यक्ष देवेंद्र डबराल का फोन आया कि सतर्क रहें मसूरी में कुछ हो सकता है। जिस पर सभी भूमिगत हो गये, लेकिन हरिराम नंदा पैदल देहरादून गये। उन्हें घर पर गिरफतार कर लिया गया व छह माह तक जेल में रहे। उन्होंने बताया कि छह माह बाद लंढौर में एक बैठक की गई व सरकार की दमनकारी नीतियों का विरोध करने का निर्णय लिया। इस घटना ने सभी को और मजबूत किया जिसके परिणाम स्वरूप आज देश में भाजपा सबसे बड़े संगठन के रूप में है।इस मौके पर भाजपा मसूरी मंडल के अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने कहा कि भाजपा ने आपातकाल को काला दिवस के रूप में मनाया। उन्होंने कहा कि उस समय सभी अधिकार छीन लिये गये थे वहीं इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी ने देश के नागरिकों सहित सभी का उत्पीडन किया। उससे देश में उनके खिलाफ माहौल बना व अंत में कुशासन का अंत हुआ। उन्होंने कहा कि आज जो लोग संविधान को खतरे में रखने की बात करते ह,ैं उन्हें पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। गोष्ठी का संचालन महामंत्री कुशाल राणा ने किया। इस मौके पर भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष पुष्पा पडियार, महामंत्री सपना शर्मा, धर्मपाल पंवार, नरेंद्र पडियार, पालिका सभासद अरविंद सेमवाल, राजेश्वरी नेगी, लीला कंडारी, सुनीता डबराल, अभिलाष, सुमित भंडारी, आदि मौजूद रहे।

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