मसूरी। महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कालेज के संस्थापक व आध्यात्मकता के पुंज महात्मा योगेश्वर का जन्मोत्सव एवं अखंड भारत दिवस विद्यालय सभागार में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा योगेश्वर व माॅ शारदा के चित्र के समक्ष दीप प्रत्वलित व पुष्प् अर्चन कर किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना के किया गया। इस मौके पर प्रधानाचार्य मनोज रयाल ने अतिथियों का स्वागत एवं परिचय करने के साथ ही कहा कि पूज्य महात्मा योगेश्वर का जन्म भारत की पवित्र धरा पर हुआ। उन्होंने अपनी कर्मभूमि मसूरी को बनाया तथा मसूरी वासी कृतार्थ हुए। उन्हांेने अपने पवित्र कृत्यों से की धरा को सिंचित करने हेतु मसूरी में सरस्वती शिशु मंदिर की स्थापना का निश्चय किया जो आज वट वृक्ष बनकर शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय एक मात्र शिक्षा का केंद्र ही नहीं बलिक एक पवित्र मंदिर भी है। जहां प्रवेश करते ही मन मस्तिष्क में आध्यात्मिकता की झंकार उत्पन्न होती है।इस पवित्र मंदिर में जो सच्चे ध्येय के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करता है उसे जीवन में निश्चित ही सफलता प्राप्त होती है। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र्र कर्णवाल, मंत्री चंद्रप्रकाश गोदियाल, प्रबंधक मदनमोहन शर्मा, मनमोहन कर्णवाल, रश्मि कर्णवाल, माधुरी शर्मा, राकेश अग्रवाल, सहित महात्मा योगेश्वर के भक्तों सहित विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं, छा़़त्र छात्राएं आदि मौजूद रहे। इस मौके पर विद्यालय के छात्र छात्राओं ने एक से बढ कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुदि देने के साथ ही उनका जीवन परिचय, प्रेरक प्रसंग एवं नाटक आदि प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। वहीं अखंड भारत दिवस पर विषय की जानकारी दी गई व विद्यालय की वार्षिक हस्तलिखित पत्रिका ज्योंितपुंज के 16वें संस्करण का विमोचन किया गया। कार्यक्रम को गांधी निवास सोसायटी के अध्यक्ष शैलेंद्र कर्णवाल, मनमोहन कर्णवाल, व्यवस्थापक मदन मोहन शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। अंत में प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम समाप्त किया गया।