मसूरी
शहीद श्रमिकों को श्रंद्धांजलि देने के लिए मई दिवस समारोह समिति के नेतृत्व में नगर में विभिन्न कर्मचारी और मजदून संगठनों ने रैली निकाली। रैलीे अनुपम चैक लंढौर से लंढौर बाजार, घंटाघर, शहीद भगत सिंह चैक, इंद्रमणि बडोनी चैक, शहीद स्थल मालरोड होते हुए गांधी चैक में एक जनसभा में तब्दील हो गई। जहां आम सभा में मई दिवस के शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
मई दिवस के अवसर पर रैली निकालने के साथ ही आठ घंटे काम, आठ घंटे मनोरंजन व आठ घंटे आराम के लिए संघर्ष के लिए अमेरिका में मारे गये शहीद श्रमिकों को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर सरकार से मंहगाई पर रोक लगाने, होटल, स्कूल व दुकानों में कार्यरत कर्मचारियों को 26 हजार न्यूनतम वेतन देने, लीज पर दिए गये होटल के श्रमिकों को न्यूनतम वेतन, साप्ताहिक अवकाश, पीएफ, ईएसआई, की सुविधा देने, भवन निर्माण से जुडे श्रमिकों को ईएसआई का लाभ देने व एक हजार प्रतिदिन मजदूरी करने, रिक्शा बोझा श्रमिकों को आवास उपलब्ध करने, मजदूर संघ के आवासों की मरम्मत करने, मालरोड पर चार बजे के बाद पार्किग के नाम पर वाहनों को छोडने से रोकने की मांग की गई वहीं चेतावनी दी गई कि होटलों में न्यूनतम वेतने से कम भुगतान करने वाले होटलों के खिलाफ 15 मई से 20 मई तक आंदोलन किया जायेगा। वहीं मजदूर संघ ने प्रधानमंमत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन प्रेषित किया जिसमें मांग की गई कि महगाई को रोकने, होटल, स्कूल व दुकान कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन तीस हजार करने, आशा वर्करो, आंगनवाडी व भोजनमाता को राज्य कर्मचारी घोषित करने व न्यूनतम वेतन तीस हजार करने, साइकिल रिक्शा श्रमिकों का पुनर्वास करने, व ई रिक्शा देने, विधवा रिक्शा श्रमिकों को वेंडर जोन में विस्थापित करने की मांग की गई। वहंी कश्मीर पहलगाम में दोषी आंतकवादियों को कठोर सजा देने की मांग की गई। इस मौके पर मजदूर नेता आरपी बडोनी ने कहाकि अमेरिका के शिकागो में मजदूरों ने आठ घंटे काम, आठ घंटे मनोरंजन व आठ घंटे आराम की मांग को लेकर आंदोलन किया जिसमें बड़ी संख्या में श्रमिकों ने शहादत दी तब से पूरे विश्व में मई दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि लीज पर दिए गये होटलों में कार्यरत श्रमिकों को न्यूनतम वेतन नहीं दिया गया व उनसे आठ घंटे से अधिक कार्य लिया गया तो 20 मई से आंदोलन किया जायेगा। इस मौके पर एटक अध्यक्ष आरपी बडोनी, देवी गोदियाल, संपत लाल, सोबन सिंह पंवार, जगत लाल, धनी लाल शाह, असलम खान, सहित होटल वर्कर्स यूनियन, गाईड यूनियन, दुकान कर्मचारी यूनियन, स्कूल यूनियन आदि के श्रमिक मौजूद रहे।
