मसूरी। एक ओर जहां युवा पीढ़ी जहां सुखे नशे की लत ने पड़ कर अपना जीवन व भविष्य बर्बाद कर रही है। वही इन सबके लिए प्रेरणा स्रोत बने गुदडी के लाल अनिल रावत ने पीसीएस परीक्षा में उत्तराखंड में पांचवें स्थान पर आकर मसूरी और जौनपुर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उनके पिता चंदर सिंह रावत नगर पालिका में ग्रुप डी पर पर कार्यरत है। उनकी इस उपलब्धि से जहां क्षेत्र में खुशी की लहर है वही आजकल की युवा पीढ़ी के लिए भी हुए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।
मसूरी प्रेस क्लब में आयोजित सम्मान समारोह में अनिल रावत को स्मृति चिन्ह और शाल एवं बुके देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान उन्होंने पीसीएस परीक्षा से जुड़े अपने संस्मरणों को सुनाया और बताया कि किस प्रकार से उन्हें कैंपटी के समीप अपने गांव में सिद्ध संस्था द्वारा चलाये गये सिद्ध हमारी पाठशाला ग्राम मतेला से प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की व उसके बाद उन्होंने इंटर की परीक्षा नवोदय विद्यालय पौखाल से पास करने के बाद पौडी स्थित घुडदौड़ी से बीटेक किया। इसके बाद उन्हें कई लोगों ने पीसीएस की परीक्षा में भाग लेने को कहा व उनको गाइड किया। जिसके बाद उन्हांेने 2021 में परीक्षा दी जिसका परिणाम हाल में आया व उन्होेने पांचवी रैंक हासिल की।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए अनिल रावत ने बताया कि उनके पिता नगर पालिका में कार्यरत है उनकी शिक्षा दीक्षा कैंपटी के निकट मतेला गांव में सिद्ध हमारी पाठशाला से हुई। इसके बाद उन्होंने कड़ी मेहनत करके पीसीएस परीक्षा में पांचवा स्थान हासिल किया। उन्होंने कहा कि उनकी इस उपलब्घि से पूरे जौनपुर क्षेत्र में खुशी का माहौल है व लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करेंगे व जनहित को प्राथमिकता देंगे। इस मौके पर मसूरी प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुनील सिलवाल ने कहा कि अनिल रावत आजकल की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत है। इससे युवाओं को प्रेरणा मिलेगी व जो युवा पीढी नशे की ओर बढ रही है उनके लिए सबक बनेंगे। उन्होंने इस मौके पर उनके पिता व माता का विशेष आभार व्यक्त किया जिन्होंने अनिल को छोटी सी नौकरी में पढाया व काबिल बनाया व आज पूरे जौनपुर व मसूरी का नाम रौशन किया। इस मौके पर अनिल रावत के पिता चंदर सिंह रावत माता लीला देवी, बहन प्रिया, ग्राम प्रधान रंजीता पंवार, जबर सिंह, हुकम सिंह, सुरेंद्र रावत व बबली सहित प्रेस क्लब के महामंत्री सूरत सिंह रावत, बिजेंद्र पुंडीर, शूरवीर भंडारी, हरीश कालरा, तान्या सैली, नरेश नौटियाल, आशीष भटट, धमेंद्र धाकड़, उपेंद्र लेखवार, शिव अरोड़ा, विमल नवानी, रवि बंसवाल, भरत लाल आदि मौजूद रहे।