मसूरी। कृष्ण जन्माष्ठमी के बाद श्री सनातन धर्म मंदिर सभा की ओर से भव्य कन्हैया की डोली शोभा यात्रा बैंड बाजों व सांस्कृतिक दलों के नृत्यों के साथ निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने डोली के दर्शन किए व प्रसाद ग्रहण कर परिवार की कुशलता की कामना की। शोभा यात्रा में भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़ी झांकिया खासा आकर्षण का केंद्र रही। शोभा यात्रा के दौरान स्थान स्थान पर डोली का स्वागत किया गया व श्रद्धालुओं ने प्रसाद वितरित किया।
भगवान श्री कृष्ण की डोली जिसे कन्हैया की डोली कहा जाता है बड़े ही धूमधाम व पारंपरिक रिवाज के अनुसार निकाली गई। सबसे पहले भगवान कृष्ण की प्रतिमा का स्नान कराया गया व उसके बाद श्रृंगार किया गया व पूजा अर्चना के बाद छप्पन पकवानों का भोग लगाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में मंदिर मंे श्रद्धालु मौजूद रहे। दोहपर दो बजे भगवान कृष्ण की भव्य शोभा यात्रा सनातन धर्म मंदिर से निकाली गई व मलिंगार, लंढौर बाजार, घंटाघर, शहीद भगत सिंह चैक, मालरोड शहीद स्थल होते हुए गांधी चैक तक गई। शोभा यात्रा का स्थान स्थान पर भव्य स्वागत किया गया, लोगों ने डोली के दर्शन किए व प्रसाद चढाकर परिवार की कुशलता की कामना की व प्रसाद ग्रहण किया। डोली का गुरू सिंह सभा, राधाकृष्ण मंदिर समिति, लक्ष्मी नारायण मंदिर समिति ने स्वागत किया व पूजा अर्चना कर प्रसाद वितरित किया। वहीं लंढौर बाजार में कई स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न खाद्य पदार्थो के स्टाल लगाये गये थे जिसे लोगों ने ग्रहण किया। शोभा यात्रा के दौरान डोली के साथ पुरूष व महिला कीर्तन मंडली पूरी कृष्ण भक्ति में डूब कर भजन कीर्तन करती रही। शोभायाात्रा में बैड बाजों के साथ ही भगवान कृष्ण के जीवन से जुडी अनेक झांकिया खासा आकर्षण का केदं्र रही। शोभायात्रा में उत्तराख्ंाड सस्कृति विभाग की ओर से लोक नृत्य दल रास्ते भर नृत्य करता चल रहा था साथ ही संस्कृत महाविद्यालय के छात्र स्वास्ति वाचन करते चल रहे थे। इस मौके पर पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, मंदिर समिति के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल, महामंत्री नीरज अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, अनुज तायल, महेदं्र कुमार, अनिल गोयल, मुकुल बहुगुणा, राजेश सक्सेना, वैभव तायल, उपेंद्र पंवार, शानु वर्मा, अनीता पुंडीर, शरद गुप्ता, सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। मालूम हो कि कन्हैया की डोली का दर्शन करने बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में आते है व डोली के दर्शन कर इस मौके पर लगे मेले में खरीददारी करते हैं।