जिलाधिकारी पिथौरागढ़ ने सिक्योर हिमालय के अंतर्गत वन विभाग द्वारा तैयार कार्य योजना की बैठक ली

उत्तराखंड

पिथौरागढ़

जिलाधिकारी रीना जोशी ने सिक्योर हिमालय परियोजना के सम्बन्ध में वन विभाग के अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में एक आवश्यक बैठक ली। जिलाधिकारी ने सिक्योर हिमालय के अंतर्गत वन विभाग द्वारा तैयार कार्य योजना का अवलोकन किया तथा कार्य योजना को और बेहतर बनाने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये! जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सिक्योर हिमालय परियोजना के अंतर्गत जनपद के उच्च हिमालयी क्षेत्र में जैव विविधता संरक्षण, उच्च हिमालय क्षेत्र में निवासरत लोगों की आजीविका संवर्धन, वन्यजीव अपराधों को रोकने एवं बेहतर संवाद प्रणाली तथा जानकारियों के प्रबंधन को लेकर एक ठोस कार्य योजना तैयार की जाय ताकि उच्च हिमालयी क्षेत्र को संरक्षित रखा जा सके!
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि कार्ययोजना मे फ्रंटलाइन स्टाफ की ट्रेनिंग के साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्रों में निवासरत लोगों के लिए फोटोग्राफी, ट्रेंकिंग, नेचर गाईड आदि के प्रशिक्षण को शामिल किया जाय! उन्होंने इको टूरिज्म को विकसित करने के लिए हट्स निर्माण को भी कार्य योजना में शामिल करने के निर्देश दिये! उन्होंने एडवेंचर टूरिज्म को विकसित करने के लिए प्रशिक्षण व उपकरण क्रय किये जाने को भी कार्य योजना में शामिल करने के निर्देश दिये!
जिलाधिकारी ने उप प्रभागीय वनाधिकारी से कहा कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में निवासरत लोगों के साथ भी बैठक आयोजित कर उच्च हिमालयी क्षेत्र के संरक्षण को लेकर उनके सुझाव प्राप्त किये जायें!
उन्होंने उप प्रभागीय वनाधिकारी को जीबी पंत विश्वविद्यालय पंतनगर से बुग्याल पर जैविक दबाव सम्बन्धी डाटा मांगे जाने तथा बुग्याल की धारण क्षमता का आंकलन करने के भी निर्देश दिये!
उप प्रभागीय वनाधिकारी ज्वाला प्रसाद ने बताया कि जनपद पिथौरागढ़ में सिक्योर हिमालय परियोजना के अंतर्गत दारमा- बियांस घाटिया आती है! उन्होंने बताया कि इस परियोजना का उद्देश्य जैव विविधता संरक्षण मुख्यतः हिम तेंदुआ व अन्य विलुप्त प्रायः प्रजातियों का संरक्षण, विविध आजीविका संवर्धन के विकल्पों को बढ़ावा देना ताकि उच्च हिमालय पर समुदाय की निर्भरता प्राकृतिक संसाधनों पर न्यूनतम रहे तथा इनका कम से कम ह्रास हो, वन्य जीव अपराधों को रोकना तथा बेहतर संवाद प्रणाली व जानकारियों का प्रबंधन करना है!
बैठक में उप प्रभागीय वन अधिकारी ज्वाला प्रसाद, जिला उद्यान अधिकारी त्रिलोकी राय, मुख्य कृषि अधिकारी रितु टम्टा आदि उपस्थित थे।

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