मसूरी। जानी मानी फिल्म निर्माता शुभदर्शनी सिंह ने लंढौर बाजार स्थित परेड प्वांइट काटेज में एपीफेनीज आर्ट प्रदर्शनी लगायी है।जो आगामी 10अक्टूबर तक आम जनता के लिए खुली रहेगी। प्रदर्शनी में उनके बनाये चित्रों की एक श्रृंखला लगाई गई है जिसमें उन्होंने अनेक विषयों व ज्वलंत विषयों पर अपनी कल्पनाओं को केनवास पर उकेरा है।
फिल्म निर्माता शुभदर्शनी सिंह ने सामाजिक ताने बाने, विभिन्न धार्मिक भगवानों की विभिन्न कलाओं सहित पशु पक्षियों आदि पर स्वंय के बनाये चित्र प्रदर्शनी में लगाये हैं। जिसे देख कर हर कोई उत्साहित हो रहा है व उनके चित्र आकर्षित कर रहे हैं। इस मौके पर चित्रकार शुभदर्शनी सिंह ने बताया कि मूलरूप से वह फिल्म मेकर हैं लेकिन कोविड काल में उन्होंने चित्र बनाने का कार्य किया व हर विषय पर चित्र बनाये जिन्हें खूब पंसद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड में मन अशांत था तो उसे शांत करने के लिए चित्र बनाने शुरू किए। उन्होंने बताया कि उन्होंने आउट साइडर गु्रप के माध्यम से बड़े चित्र बनाये और यह गु्रप पूरे विश्व में काफी ख्याति प्राप्त कर चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने चित्र बनाने का कोई कोर्स या किसी से सीखा नहीं है खुद ही सब सीखा है। चित्र बनाने से मन को बहुत शांति मिलती है। उन्होंने कहा कि चित्र बनाने के लिए उन्होंने कोई विषय नहीं चुना बल्कि जो मन में आया उसी कल्पना को आधार मानकर चित्र बनाये हैं। इस मौके पर मसूरी हेरिटेज सेंटर की संचालिका सुरभि अग्रवाल ने कहा कि शुभदर्शनी के चित्रों में जो वैराइटी व वेरियेशन किसी चित्रकार में नहीं देखा। जब उनके चित्र देखे तो अचंभित रह गयी। उन्होंने रिलेजिस, बर्ड, व कई अन्य विधाओं पर चित्र बनाये हैं। उनके चित्र इतने आकर्षक है कि उसे देखते ही उनकी कहानी सामने आ जाती है हालांकि उन्हें किसी ने एक चित्रकार के रूप में नहीं माना केवल फिल्म मेकर के रूप में जानते हैं। यह मेरा सौभाग्य है कि उनके चित्रों की प्रदर्शनी लगाने का अवसर मिला। उन्होंने चित्रकला में एक नर्ह विधा पर चित्र बनाये जिस पर आज तक किसी का ध्यान नहीं गया। उन्होंने मेडिकल क्षेत्र में चित्र बनाये भारत में कभी मेडिकल फील्ड में चित्र नही बनाये गये जिसमें वाग भटट, पंतंजलि, सुसवित आदि पर कोई पेंटिग नहीं थी। इस पर उनका बड़ा कलेक्शन है।