देहरादून
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को समाज सेवी स्व. मांगेराम अग्रवाल की 18 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर हर ज्ञान चन्द सरस्वती शिशु विद्या मंदिर डोईवाला द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शिशु विद्या मंदिर के परिसर में पौधा रोपण करने के साथ ही कोरोना काल में सराहनीय सहयोग के लिये कई चिकित्सकों एवं समाज सेवियों को सम्मानित किया। उन्होंने इस अवसर पर मेधावी छात्राओं को सम्मान स्वरूप 5-5 हजार की धनराशि प्रदान की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 85 गरीब परिवारों को राशन किट भी वितरित किये।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि स्व. मांगे राम अग्रवाल जी ने अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए समाज सेवा के माध्यम से समाज को नई दिशा दी। उन्होंने समाज को संस्कारित शिक्षा देने का भी महत्वपूर्ण कार्य किया। उन्होंने कहा कि अपने लिये तो सभी जीते हैं लेकिन समाजहित के लिये जीना बड़ी बात है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर डोईवाला स्थित केशव बस्ती में भव्य प्रवेश द्वार एवं स्व. मांगेराम की मूर्ति स्थापित करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हरेला पर्व से पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिये उनसे भेंट के दौरान फूलों के गुलदस्ते के बजाय पौधे भेंट करने की अपील की है। वे स्वयं भी जब किसी से भेंट करते हैं तो पौधे भेंट कर रहे हैं। उन्होंने सभी से कम से कम 10 पेड़ लगाने की अपील करते हुए कहा कि इससे हम पर्यावरण को संरक्षित करने में सफल होंगे।
उन्होंने कहा कि इस कोरोना काल ने हमें बहुत कुछ सिखाया है। अभी कोरोना का प्रभाव कम जरूर हुआ है, लकिन समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी को निःशुल्क वैक्सीन लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। आज ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें फोन पर अवगत कराया गया है कि शीघ्र ही उत्तराखण्ड को आवश्यकता के अनुसार वैक्सीन उपलब्ध करा दी जायेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि स्व. मांगे राम अग्रवाल जी ने अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए समाज सेवा के माध्यम से समाज को नई दिशा दी। उन्होंने समाज को संस्कारित शिक्षा देने का भी महत्वपूर्ण कार्य किया। उन्होंने कहा कि अपने लिये तो सभी जीते हैं लेकिन समाजहित के लिये जीना बड़ी बात है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर डोईवाला स्थित केशव बस्ती में भव्य प्रवेश द्वार एवं स्व. मांगेराम की मूर्ति स्थापित करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हरेला पर्व से पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिये उनसे भेंट के दौरान फूलों के गुलदस्ते के बजाय पौधे भेंट करने की अपील की है। वे स्वयं भी जब किसी से भेंट करते हैं तो पौधे भेंट कर रहे हैं। उन्होंने सभी से कम से कम 10 पेड़ लगाने की अपील करते हुए कहा कि इससे हम पर्यावरण को संरक्षित करने में सफल होंगे।
उन्होंने कहा कि इस कोरोना काल ने हमें बहुत कुछ सिखाया है। अभी कोरोना का प्रभाव कम जरूर हुआ है, लकिन समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी को निःशुल्क वैक्सीन लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। आज ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें फोन पर अवगत कराया गया है कि शीघ्र ही उत्तराखण्ड को आवश्यकता के अनुसार वैक्सीन उपलब्ध करा दी जायेगी।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि उनके पिता स्व. मांगे राम अग्रवाल समाज सेवा के साथ ही बच्चों को संस्कारित शिक्षा देने पर बल देते रहे। उनका मानना था कि संस्कार युक्त शिक्षा ही व्यक्ति को बेहतर इंसान बनाती है। उन्होंने कहा कि उनका परिवार अपने पिता के सिद्धांतों का अनुकरण कर आगे बढ़ा है। उनके परिवार के बच्चे सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में ही पढ़ाई कर समाज सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़े हैं।
आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि उत्तराखण्ड ऋषि मुनियों की तपस्थली रही है। जीवन दायिनी अनेक जड़ी बूटियों की यह जननी है। योग, यज्ञ, ध्यान, जप एवं परमार्थिक प्रवृत्तियां परमात्मा की प्रवृत्ति है। इस देव भूमि में सांस्कृतिक चेतना का प्रसार करने में अनेक समाज सेवी आगे आये हैं। उन्होंने भी स्व. मांगेराम अग्रवाल को सांस्कृतिक चेतना तथा संस्कारवान शिक्षा का प्रसार करने वाला समाज सेवी बताते हुए विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल व उनके परिवार को अपने पिता के आदर्शों पर चलने के लिये शुभकामना दी। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिये वृक्षा रोपण को जरूरी बताते हुए कहा कि वृक्ष का सब कुछ दूसरों के हित के लिये ही होता है।
आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने धामी को युवा श्रेष्ठ व शालीन व्यक्तित्व का धनी बताते हुए शुभकामना दी कि उनके कुशल नेतृत्व में उत्तराखण्ड का नई चेतना के साथ समग्र विकास होगा। डोईवाला नगर पालिका अध्यक्ष सुमित्रा मनवान ने सभी का आभार व्यक्त किया।
आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि उत्तराखण्ड ऋषि मुनियों की तपस्थली रही है। जीवन दायिनी अनेक जड़ी बूटियों की यह जननी है। योग, यज्ञ, ध्यान, जप एवं परमार्थिक प्रवृत्तियां परमात्मा की प्रवृत्ति है। इस देव भूमि में सांस्कृतिक चेतना का प्रसार करने में अनेक समाज सेवी आगे आये हैं। उन्होंने भी स्व. मांगेराम अग्रवाल को सांस्कृतिक चेतना तथा संस्कारवान शिक्षा का प्रसार करने वाला समाज सेवी बताते हुए विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रेम चंद अग्रवाल व उनके परिवार को अपने पिता के आदर्शों पर चलने के लिये शुभकामना दी। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिये वृक्षा रोपण को जरूरी बताते हुए कहा कि वृक्ष का सब कुछ दूसरों के हित के लिये ही होता है।
आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने धामी को युवा श्रेष्ठ व शालीन व्यक्तित्व का धनी बताते हुए शुभकामना दी कि उनके कुशल नेतृत्व में उत्तराखण्ड का नई चेतना के साथ समग्र विकास होगा। डोईवाला नगर पालिका अध्यक्ष सुमित्रा मनवान ने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर जिन्हें सम्मानित किया गया उनमें डॉ. के.एस. भण्डारी, डा सुनील सैनी, डॉ शीश कण्डवाल, डॉ अमित अग्रवाल, डॉ. वी. के. एस. संजय, डॉ आर बी जोशी, मानवेन्द्र कण्डारी आदि प्रमुख थे। मेधावी छात्राओं में 10 वीं की छात्रा सोनम भारती, रंजना रावत तथा इंटर की छात्रा निकिता रावत शामिल थी।