अच्छी खबर@अगले पिराई सत्र से शुरू हो सकती है सितारगंज चीनी मिल, पी-3 मोड पर दे सकती है सरकार

उत्तराखंड

देहरादून 

चार साल से बन्द पड़ी सितारगंज चीनी मिल आगामी पेराई सत्र में चालू हो सकती है। मिल के लिए राज्य सरकार  बड़ी सौगात देने जा रही है। गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द ने बताया कि सरकार इसे पीपीपी मोड़ पर देकर शुरू कराने का मन बना रही  है, इसके लिए निविदाएं आमंत्रित की गई है।

बता दें कि इस  चीनी मिल के शुरू होने से तराई के हजारों किसानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि सितारगंज चीनी मिल को पीपीपी मोड़ पर शुरू कराने की पहल पूर्व में ही शुरू हो गयी थी। वर्तमान में सरकार नेे इस पर त्वरित निर्णय लेने से सम्भव हुआ है कि बहुत कम समय मे पूरी प्रक्रिया सम्पन्न हो चुकी है।
गौरतलब है कि लगातार घाटे के चलते 2017 में सितारगंज चीनी मिल बन्द हो गयी थी, जिस कारण किसानों को गन्ने की फसल से नुकसान होने के भय से क्षेत्र में गन्ने की पैदावार काफी कम हो गयी थी। लेकिन अब सितारगंज चीनी मिल को प्राइवेट पार्टनरशिप प्रोग्राम के तहत पुनः शुरू कराये जाने की प्रक्रिया शुरू होने से किसानों में प्रसन्नता है। इससे पूर्व में भी स्वामी यतीश्वरानन्द ने गन्ना किसानों के हित में कई अहम फैंसले लिए है, जिससे गन्ना किसानों का गन्ने की खेती करने पर  भरोसा बढ़ा है।  निर्णयों लिया गया कि पेराई सत्र समाप्त होते ही सरकारी चीनी मिलों को एकमुश्त पूर्ण भुगतान करने क साथ ही गन्ना समितियों में नकद खाद व कीटनाशक की बिक्री शुरू कराना आदि निर्णय किसानों के लिए बेहद उपयोगी है।

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