देहरादून
उत्तराखण्ड पर्यटन की ओर से आयोजित होने वाले स्वच्छता पखवाड़े का बृहस्पतिवार को शुभारंभ होगा। स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत 17 सितंबर को देहरादून में राजपुर से झड़ीपानी (मूसरी) ट्रेक, गुच्चूपानी, जॉर्ज एवरेस्ट, 18 सितंबर को अल्मोड़ा में करबला से देयोली डाना मंदिर, 19 सितंबर को बागेश्वर में कौसानी, 20 सितंबर को चमोली के अनुसुइया ट्रेक, 21 सितंबर को चंपावत में सिलिंग्टन चाय बागान, 22 सितंबर को रूद्रप्रयाग में देवरियाताल ट्रैक, मेहखाना देवी, 24 सितंबर को उत्तरकाशी में नतीन से दयारा बुग्याल, 25 सितंबर को पौड़ी के मुख्य शहर, 26 सितंबर को नैनीताल में तितली, तयार, क्यारी, रामनगर, 28 सितंबर को ऊधम सिंह नगर में बौर्जलासाय, 29 सितंबर को पिथौरागढ़ में नयाबाजार, निकट केमो स्टेशन और 30 सितंबर को हरिद्वार में चंडीपुल, मनसा देवी में यह अभियान चलाया जायेगा।
पर्यटन मंत्री महाराज ने कहा कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से विशेष पहल शुरू की जा रही है। इस स्वच्छता पखवाड़ा अभियान के तहत प्रदेश भर के पर्यटन स्थलों को स्वच्छ और सुंदर बनाये जाने का लक्ष्य रखा गया है। दिलीप जावलकर, सचिव पर्यटन ने कहा कि देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों को यहां स्वच्छ और सुंदर वातावरण उपलब्ध कराने के लिए विभाग की ओर से निरंतर कार्य किये जा रहे हैं। विश्व पर्यटन दिवस के उपलक्ष में प्रदेश भर के पर्यटन स्थलों में विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही स्वच्छता के लिए उत्कृष्ट कार्य कर रहे लोगों को सम्मानित भी किया जाएगा।
श्री युगल किशोर पंत अपर सचिव पर्यटन ने कहा, ‘‘उत्तराखण्ड राज्य को स्वच्छ रखने के लिए कार्य कर रहे सभी लोगों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है। उन्होंने कहा कि हमें उनकी पहल और यात्रा के बारे में जानने का भी मौका मिलेगा। हम भविष्य में इन संगठनों के साथ इस तरह के स्वच्छता अभियान चलाने के लिए तत्पर हैं।’’
उत्तराखण्ड पर्यटन की अपर निदेशक पूनम चंद ने बताया कि इस स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत यूटीडीबी की ओर से देवभूमि उत्तराखंड को स्वच्छ बनाने के लिए उत्कृष्ट कार्य कर रहे होटल, गेस्ट हाउस, गैर सरकारी संगठनों, शहरी स्थानीय निकायों, रेस्तरां, होम स्टे और स्वयं सेवकों को 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 30 सितंबर तक चलने वाले स्वच्छता पखवाड़े में स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट निपटान से संबंधित सर्वाेत्तम तकनीकों के बारे में राज्य भर में होमस्टे मालिकों, होटल व्यवसायियों और स्थानी समुदायों को जागरूक किया जाएगा।