मसूरी
पर्यटन नगरी में पार्किग की कमी के कारण वाहन सड़कों पर खड़े किए जाते हैं जिसके कारण लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह हाल पूरी मसूरी का है लेकिन लंढौर मुख्य बाजार का तो और बुरा हाल है। लेकिन आज जनता व पर्यटको को हो रही परेशानी की ओर न ही पुलिस और न ही प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है।
लंढौर बाजार मसूरी का सबसे पुराना बाजार है, पहले यहां पर रोड के किनारे पार्किग नहीं होती थी लेकिन विगत कई वर्षो से वाहनों की संख्या बढने व पार्किग की कमी होने के कारण लोग वाहन सड़क के किनारे खड़े कर देते हैं। जिसके कारण लोगांे को खासी परेशानी हो रही है। एक ओर लंढौर के व्यापारी कहते हैं कि इस क्षेत्र में पर्यटक नहीं आता अगर आता है तो रूकता नहीं है। जबकि इसका सबसे बड़ा कारण रोड के किनारे वाहनों का खड़ा किया जाना है। और इसके लिए खुद लंढौर के लोग जिम्मेदार हैं। क्यों कि ये वाहन खुद लंढौर निवासियों व दुकानदारों के हैं। वहीं रोड के किनारे लोगों ने गंदगी भी फैला रखी है घरों का पुराना सामान, मलवा आदि भी रोड के किनारे रखने से बाजार की शोभा खराब हो रही है। हालांकि लंढौर में दो छोटी पार्किंग बनी है लेकिन उनमें ऐसे वाहन खड़े रहते हैं जो कभी हटते ही नहीं वहीं जो स्थान बचता है उसमें आस पास के होटल वाले अपने वाहन खड़े कर देते है।ं स्थानीय लोगों का कहना है कि लंढौर बाजार में पहले रोड के किनारे कोई वाहन खड़ा नहीं होता था सभी वाहन सीधे आगे निकल जाते थे लेकिन अब सारे वाहन खड़े रहते हैं जो पार्किग बनाई गई उस पर लोगों का कब्जा है ऐसे में वाहन कहां खडे करेगे। लोग दुकानों के आगे वाहन लगाते हैं उनके खिलाफ पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि रोड पर आने जाने वालों को परेशानी न हो। अगर कोई पर्यटक लंढौर आता है तो उसके लिए वाहन खडे करने की कोई जगह नहीं मिलती जिस कारण उसका लाभ लंढौर वालों को नहीं मिल पाता वही पूरी मसूरी के लोग भी लंढौर मे शाॅपिंग करने जाते है, लेकिन अब रोड पर गाड़ियां खडी होने के कारण शाॅपिगं करने वालों को भी वाहन खड़े करने की जगह नहीं मिलती जिससे लंढौर का व्यवसाय प्रभावित होता है, इस बात को लंढौर के व्यवसायियों को समझना चाहिए व बाजार क्षेत्र में वाहन नहीं खडे़ करने चाहिए। वहीं दूसरी ओर लंढौर चैक में दो चार गाड़ियों के खड़े करने का स्थान था वहां पर भी स्थानीय लोगों के वाहन खड़े रहते हैं व रेड़ी भी लगी है जिस कारण वहां भी पर्यटको व सामान खरीदने आने वाले स्थानीय लोगो को जगह नहीं मिल पाती। इस ओर पुलिस व प्रशासन को ध्यान देना चाहिए ताकि मसूरी के पुराने बाजार को आर्थिक मजबूती मिल सके।