मसूरी
उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी संगठन के तत्वावधान में शहीद स्थल झूलाघर पर आपदा के दौरान अपनी जान गवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर मौजूद लोगों ने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन आत्माओं की शांति के लिए एक मिनट का मौन रखकर प्रार्थना की।
भारी बारिश के कारण आयी आपदा में अपनी जान गंवाने वालों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पितत करते हुए राज्य आंदोलनकारी प्रदीप भंडारी ने कहा कि आपदा के दौरान कई लोगों ने अपनी जाने गवां दी हैं और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस आपदा में कई लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हो गये व साथ ही मवेशी बह गये जिसके कारण उनपर कुदरत की ऐसी मार पड़ी कि वह सड़क पर आ गये। उन्होंने सरकार के अनुरोध किया कि आपदा से प्रभावित लोगों के लिए जमीनी स्तर पर कार्य करें और अपनी जान गवाने वाले लोगों को शीघ्र आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि सरकार को हवाई सर्वेक्षण आकर जमीनी सर्वेक्षण करना चाहिए और प्रभावितों की हर संभव मदद की जानी चाहिए। प्रदीप भंडारी ने कहा कि राज्य एवं केंद्र सरकार को आपदा की पूरी जानकारी थी लेकिन उन्होंने सही समय पर लोगों को नहीं चेताया जिससे की जान माल की हानि हुई है।
उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा पर आम आदमी पार्टी ने भी मरने वालों को श्रद्धाजंलि दी। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने कहा कि आपदा के दौरान सैकड़ों लोग मारे गए हैं और कई लोग लापता हैं। साथ ही सैकड़ों लोग घायल हुए हैं जिनकी तुरंत सहायता की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि आपदा को लेकर सरकार संवेदनशील नहीं है और आज आपदा प्रभावित कड़ाके की सर्दी में खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार को शीघ्र आपदा प्रभावितों की सहायता करनी चाहिए और केंद्र सरकार से भी आर्थिक पैकेज की मांग की जानी चाहिए। ताकि उनको उचित राहत मिल सके। उन्होंने मरने वालों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों को ईश्वर से ताकत देने की प्रार्थना भी की। इस मौके पर उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के कमल भंडारी, संदीप साहनी, सोबन सिंह पंवार, पूरण जुयाल, राजीव अग्रवाल, संजय टम्टा, आम आदमी पार्टी के रजीत गुसांई, शबाना खान, वंदना भंडारी, विजय लक्षमी, लक्ष्मी, तहमीना खान, हरपाल खत्री, बिल्लू बाल्मीकि आदि मौजूद रहे।