केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने डिजिटल शिक्षा के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के सार्वभौमिकरण के विषय पर एक बैठक की। बैठक में शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमतीअन्नपूर्णा देवी, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग की सचिव श्रीमती अनीता करवाल,बीआईएसएजी-एन के महानिदेशक (डीजी) डॉ. टी पी सिंह, प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ)श्री शशि एस वेम्पतिऔर शिक्षा मंत्रालय के अन्य अधिकारी भीउपस्थित थे।
बैठक में मुख्य रूप से एक एकीकृत डिजिटल इको सिस्टम विकसित करने के लिए उपग्रह प्रौद्योगिकी और इंटरनेट का लाभ उठाने पर चर्चा की गयी। मंत्री ने स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा, कौशल विकास और शिक्षक प्रशिक्षण के सभी पहलुओं को शामिल करने के लिए मौजूदा मंचों का और विस्तार करने के उद्देश्य से प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने की खातिर एक अभिनव दृष्टिकोण का आह्वान किया। उन्होंने मौजूदा ‘स्वयं प्रभा’ पहल को मजबूत करने एवं उसका विस्तार करने तथा नेशनल डिजिटल एजुकेशन आर्किटेक्चर (एनडीईएआर) और नेशनल एजुकेशनल टेक्नोलॉजी फोरम (एनईटीएफ) जैसी पहलों को समन्वित करने का आह्वान किया। श्री प्रधान ने शिक्षा में अधिक से अधिक समावेश लाने के लिए डिजिटल विषमता को पाटने और वंचितों तक पहुंचने की आवश्यकता पर जोर दिया।
मंत्री ने कहा कि स्कूल शिक्षाऔर साक्षरता विभाग की सचिव की अध्यक्षता मेंस्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, कौशल विकास मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, दूरसंचार विभाग, प्रसार भारती, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, बीआईएसएजी-एनतथा अंतरिक्ष विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल करते हुए एक समिति का गठन किया जा सकता है।