केंद्रीय इस्पात मंत्री राम चंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में इस्पात और बेंचमार्किंग के लिए भारतीय मानकों की समीक्षा करने हेतु बीआईएस और इस्पात मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसके आधार पर मानकों का निर्धारण किया जाता है।
मंत्री द्वारा इस्पात क्षेत्र की मौजूदा भारतीय मानकों की गतिशील प्रवृति को नियमित रूप से बनाए रखने और समय-समय पर इसका संशोधन करने तथा आयात किए जा रहे इस्पात ग्रेड के लिए नए मानक तैयार करने पर बल दिया गया, जिसके लिए वर्तमान समय में कोई भी भारतीय मानक अस्तित्व में नहीं है। उन्होंने बीआईएस से आग्रह किया कि वह वैश्विक रूप से इस्पात क्षेत्र में चल रहे नए घटनाक्रमों के साथ भारतीय मानकों को प्रतिपादित करने के लिए ज्यादा से ज्यादा ध्यानमग्न होकर नए मानकों को तैयार करने की दिशा में काम करे।
मंत्री ने अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि गुणवत्ता नियंत्रण आदेश के अंतर्गत अधिसूचित किए गए 145 मानकों में से 16 मानकों को तुरंत लागू किया जाए और शेष बचे हुए 23 भारतीय मानकों पर तुरंत कार्रवाई की जाए, जिन्हें अभी गुणवत्ता नियंत्रण आदेश के अंतर्गत लाना है।