मसूरी
उत्तराखंड होटल एसोसियेशन अध्यक्ष संदीप साहनी ने कहा कि प्रदेश में पलायन रोकने और रोजगार उपलब्ध कराने के लिए अविलंब चारधाम यात्रा शुरू करनी होगी। उन्होंने कहा कि जब देश के अन्य राज्यों में पर्यटक और धार्मिक स्थलों पर लोगों की आवाजाही हो रही है। ऐसे में उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों पर प्रतिबंध क्यों। नगर के व्यापारियों ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चाबंदी शुरू कर दी है।
कुलड़ी स्थित होटल बे्रेटवुड में पत्रकारों से बातचीत में उत्तराखंड होटल एसोसियेशन, मसूरी होटल एंड रेस्टोरेंट ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसियेशन द्वारा संयुक्त पत्रकारवार्ता आयोजित की गई। एसोसियेशन के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार की पर्यटन को पटरी पर लाने की तमाम घोषणाएं खोखली साबित हुई है। सरकार ने पर्यटक उद्योग और होटल कर्मियों के लिए जो राहत राशि देने की बात कही थी। उस पर अमल नही हुआ हैं। मसूरी ट्रेडर्स एसोसियेशन अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार जनविरोधी और व्यापारी विरोधी है। इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दो साल से प्रदेश भर के व्यापारियों की आमदनी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। मंांग की कि कम से कम छह माह तक यात्रा रूट पर काम करने वाले छोटे और मझौले व्यापारियों, होम स्टे, होटल, मोटल और व्यवसायियों को राहत राशि दी जाए। कोरोना काल के दौरान के बिजली, पानी और हाउस टैक्स माफ कर दिया जाए। ऐसा न करने पर होटलियर्स और आम व्यापारी लामबंद होकर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। पत्रकारवार्ता के दौरान मसूरी होटल एसोसियेश अध्यक्ष आर एन माथुर, सचिव संजय अग्रवाल, कोषाध्यक्ष शैलेंद्र कर्णवाल, हर्षदा बोहरा, रजत कपूर, व्यापार संघ महामंत्री जगजीत सिह कुकरेजा आदि मौजूद थे।