ये हंगामा है क्यों बरपा@ नगर की समस्याओं को लेकर सभासदों की राय भी जुदा-जुदा, सभासदों ने एक-दूसरे पर मढ़े आरोप, दबाव में कोई काम नही करूंगा और न ही नाले-खाले पर फिजूल खर्च करूंगा- अध्यक्ष

मसूरी

मसूरी
नगरपालिका परिषद मसूरी में चार महीने बाद बुलायी गई बोर्ड बैठक शुरू होने से पहले की हंगामे की भेंट चढ़ गई। नगर में विभिन्न विकास कार्यो को लेकर नाराज सभासदों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया। और बैठक का बहिष्कार कर दिया। एजेन्डे की प्रतियां भी फ़ाड़ डाली। सभासदों का आरोप था कि नगर पालिका प्रशासन ही विकास कार्यों को बाधित कर रहा हैं और अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से काम कर रहे हैं। वहीं पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि कुछ सभासद स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं। जिससे विकास कार्य बाधित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड के चलते पालिका के आय के स्त्रोतों में कमी आयी है। बावजूद विकास कार्यों में कोई कमी नही है। लंढौर, मैसानिक लाॅज में पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है। पिक्चर पैलेस का सुंदरीकरण, झूलाघर में दुकानों को निर्माण, बार्लोगंज में डिस्पेंसरी और झड़ीपानी ट्रैकिंग रूट तैयार हो रहा है। उन्होंने सभासदों के बयानों को बेबुनियाद करार दिया। और कहा कि प्रत्येक वार्ड में एक-एक करोड़ के काम कराए जा रहे है। यह भी स्वीकारा कि बारिश से सड़कों पर मलबा इत्यादि जरूर आया है। नगर की सफाई व्यवस्था चैकस की जा रही है। पालिकाध्यक्ष गुप्ता ने कहा कि दबाव में कोई काम नही किया जाएगा। जनता के धन का दुरूपयोग नही होने दिया जाएगा। नाले-खालों का निर्माण कर धन की बर्वादी नही की जाएगी। अगर सभासद ऐसा चाहते है तो ऐसा किसी भी कीमत पर नही किया जाएगा।
वही बोर्ड बैठक का बहिष्कार करने वाले सभासद प्रताप पवार, जसबीर कौर और दर्शन सिंह रावत ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष और पालिका प्रशासन विकास कार्यो। के प्रति उदासीन है। नगरपालिका कर्मचारी बेलगाम हो चुके हैं और जनप्रतिनिधियों की कोई बात नहीं सुन रहे है। सभासद जसवीर कौर ने कहा कि नगर पालिका अध्यक्ष जनप्रतिनिधियों की अनदेखी कर रहे हैं और अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने का काम कर रहे हैं। उन्होंनेे कहा कि जो प्रस्ताव दिए गये कोई भी बोर्ड मंे नहीं आया जबकि बरसात का मौसम है नाले खाले बंद हैं, शहर की दुर्दशा हो रखी है, मालरोड पर वाहनों की संख्या बढ़ी है। मालरोड सहित अन्य स्थानों पर अतिक्रमण किया जा रहा है। जिस कारण बोर्ड बैठक का बहिष्कार किया गया।
वहीं दूसरी ओर पालिका सभासद नंदलाल अध्यक्ष बचाव में आए। और अपने ही बोर्ड के सभासदों पर विफर गए। उनका कहना था कि नगर पालिका अध्यक्ष लगातार क्षेत्र की समस्याओं को लेकर सजग हैं लेकिन कुछ सभासद स्वार्थ की राजनीति कर रहे हैं, उनके मन की नही हुई तो विरोध करना शुरू कर देते है। जो स्वस्थ परंपरा नही है। और इसी के चलते हुए लगातार बोर्ड बैठकों में हंगामा करते दिख रहे। उन्होंने कहा कि विकास कार्य कुछ सभासदों को नहीं पच रहे हैं। वे केवल स्वार्थ की बात कर रहे हैं। इस बोर्ड में जितना कार्य हो रहा है पहले कभी नहीं हुआ। अगर कहीं कोई परेशानी है तो सदन मे रखनी चाहिए।
बैठक मंे गीता कुमाई, दर्शन रावत, कुलदीप रौंछेला, आरती अग्रवाल, सरिता पंवार, सरिता कोहली, जसोदा शर्मा, नंद लाल, प्रताप पंवार, पंकज खत्री, मनीषा खरोला, जसबीर कौर, ईओ आशुतोष सती, नगर स्वास्थाधिकारी डा आर के सिंह, नगर अभियंता रमेश बिष्ट सहित अधिकारी मौजूद थे।

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