मसूरी गोलीकांड की 27वीं बरसी@नम आंखों से परिजनों ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि , मुख्यमंत्री समेत सैकड़ों आंदोलनकारियो ने पुष्पांजलि अर्पित की

उत्तराखंड मसूरी

केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट प्रदेश सरकार और सीएम धामी के अभिभावक की भूमिका में मंच पर दिखे
2 सितंबर 1994 जैसा ही मंजर दिखा झूलाघर में, बस असलाह नही था पुलिस के हाथ में, पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था शहीद स्थल, काले झंडे दिखाने की घोषणा से हिल गया था पुलिस प्रशासन, सीएम की सकुशल रवानगी के बाद ही प्रशासन ने राहत की सांस ली 
आखिरकार शिफनकोर्ट की मांग मनवाकर ही सांस ली आंदोलनकारियों ने

सरकार भले ही भाजपा की हो मगर शहीदस्थल के मंच पर कांग्रेसियों का रहा बोलबाला
शहीदों के सपनों को साकार करने व उनकी भावनाओं का राज्य बनाने का संकल्प -मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
मसूरी
मसूरी गोलीकांड की 27वीं बरसी पर प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आये आंदोलनकारियों, शहीदों के परिजनों, प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी, केद्र सरकार में रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भटट, काबीना मंत्री गणेश जोशी सहित विभिन्न राजनैतिक दलों एवं सामाजिक संगठनों के लोगों ने शहीदों की प्रतिमा व चित्र पर पुष्प अर्पित कर नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की। पुलिस के कड़े पहरे के बीच सीएम धामी शहीद स्थल मसूरी में राज्य आंदोलन के शहीदों को श्ऱ़द्वासुमन अर्पित पहुंचे। सीएम के आगमन पर मंच और आसपास सन्नाटा-सा पसर गया।
शहीद स्मारक समिति के तत्वाधान में सबसे पहले सर्वधर्म सभा का आयोजन किया गया। जिसमें सभी धर्मों, हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख व बौध धर्म के पुरोहितों ने अपने अपने धर्मानुसार शहीदों की याद में शांति पाठ किया व इसके बाद प्रसाद वितरित किया गया। इसके बाद बड़ी संख्या में प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आये आंदोलनकारियों ने मसूरी गोलीकांड के शहीदों को नारेबाजी के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद आयोजित कार्यक्रम में कहा कि शहीदों की शहादतों से प्रदेश बना है प्रदेश सरकार शहीदों के सपनों को साकार करने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि मसूरी ने राज्य आंदोलन में अहम भूमिका निभाई जिसे भुलाया नहीं जा सकता। एक दिन पूर्व खटीमा में गोलीकांड हुआ और दूसरे दिन मसूरी में हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार शहीदों के सपनों को साकार करने का हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने इस मौके पर कहा कि राज्य आंदोलनकारियों ने राज्य निर्माण में अहम भूमिका निभाई है उनमें कई आंदोलनकारी छूट गये है उनके चिन्हीकरण के लिए सरकार ने निर्णय लिया है जो कि दिसंबर तक किया जायेगा। वहीं राज्य आंदोलनकारियों को जो पंेशन मिलती है उनकी पेंशन उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी या पति को मिलेगी
जे आंदोलनकारी सरकारी नौकरी में उनको किसी भी दशा में हटने नही दिया जाएगा। इसके लिए सरकार न्यायालय में पैरवी करेगी। वहीं राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी अस्पतालों में उपचार की सुविधा थी लेकिन अब राजकीय के मेडिकल कालेजों में भी उपचार की सुविधा होगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के उ़द्योगों में आंदोलनकारियों को सेवा का अवसर दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि रोपवे निर्माण से पहले शिफनकोर्ट के बेघर लोगों को आवास दिए जाएंगे। इस दिशा में जल्दी ही कार्रवाई शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मसूरी में वन टाइम सेंटलमेंट का काम भी शुरू किया जाएगा। जिससे लोगों को राहत मिलेगी। पार्किंग की समस्या का निदान किया जाएगा। सरकार तीन फार्मूले पर काम कर रही है। सरलकरणी, समाधान और निराकरण। इसके लिए ब्लाक स्तर से लेकर जिले स्तर तक अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। श्रद्वांजलि सभा में केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भटट प्रदेश सरकार और खासकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अभिभावक के रूप में नजर आए। उन्होंने भाषण पूरी तरह से भावनात्मक रखा। उनके भाषण में शहीद और आंदोलनकारी केंद्र में रहे। दलगत राजनीति से उपर उठकर राज्य हित में काम करने पर जोर दिया। और सीएम धामी को बच्चा कहने में भी गुरहेज नही किया और कहा सीएम धामी को अपना आर्शीवाद दे। उन्होंने कहा कि कहा कि राज्य आंदोलनकारियों की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता क्यांे कि आज हम जो भी है उनकी बदौलत हैं। उन्हांेने कहा कि राज्य उनके सपनों को साकार करने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्हांेंने यह भी कहा कि हमारा राज्य पर्यटन प्रदेश है मसूरी के भी प्रोजेक्ट आये है वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश के प्रोजेक्ट भेजेंगे उन पर विचार कर अच्छा कार्य किया जायेगा ताकि पर्यटन बढ़े उन्हांेने यह भी कहा कि धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से हमारे पर चार धाम है लेकिन कोरोना काल में यात्रा नहीं चल पायी परंतु आगे पर्यटन को बढावा दिया जायेगा वहीं कहा कि उत्तराखंड की भूमि सैन्य भूमि है और इस दिशा में सरकार पांचवे धाम सैन्य धाम का निर्माण करवा रही है। उन्होंने कहा कि सीमाओं पर सैनिक किन कठिनाईयों में रह कर देश की सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं यह देखा है वहीं सीमा पर सबसे उंचाई पर सड़क बनाई जा रही है व सड़के बार्डर तक पहुचा दी गई हैं।
इस मौके पर काबीना ंमंत्री गणेश जोशी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी शहादत को बेकार नहीं जाने दिया जायेगा। उन्होंने सिफन कोर्ट पर कहा कि जो भूमि नगर पालिका ने दी थी वह कम थी, पालिका और भूमि देगी तो सभी सिफनकोर्ट के निवासियों को मकान बना कर दिए जायेंगे। उन्हांेने भरोसा दिलाया कि सिफन कोर्ट में रोपवे का कार्य तब शुरू हो जब सिफन कोर्ट के बेघरों के मकानों का शिलान्यास कर दिया जायेगा।
पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला ने कहा कि सरकार को शहीदों के सपनों के अनुरूप पहाड़ की जवानी और पानी बचाने के लिए ठोस नियोजन की आवश्यकता है। खाली हाथों को रोजगार दिए जाने पर जोर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि जिन शहीदों की शहादत पर प्रदेश बना है उनके सपनों को साकार करने का प्रयास किया जायेगा। सिफन कोर्ट पर उन्होंने कहा कि पालिका ने भूमि प्रदेश सरकार को दे रखी है जिस पर शीघ्र निर्माण कर उनकी समस्या का समाधान किया जाय वहीं उन्होंने कहा कि मसूरी में लोगों के पास मकान नहीं है ऐसे में मसूरी वासियों के लिए आवासीय कालोनी बनाई जाय व प्रधानमंत्री आवास योजना को शुरू किया जाय। कार्यक्रम का संचालन पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने किया।
मसूरी गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने वालों में शहीदों के परिजनों में स्व हंसा धनाई के पति भगवान सिंह धनाई, स्व राय सिंह बंगारी के बेटे रवि राज बंगारी, पुत्री मधु कैंतुरा वयोवृद्व महिला और स्व हुकुम ंिसह पवंार की धर्मपत्नी श्रीमती सरोज पंवार,सहित पूर्व मंत्री नारायण सिह, विधायक खजानदास, उकंाद्र नेता बीडी रतूड़ी, कांग्रेस नेता धीरेंद्र प्रताप, प्रदीप कुकरेती, त्रिवेंद्र पंवार, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल,, भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, कुशाल ंिसह राणा, अरविंद सेमवाल, भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष पुष्पा पडियार, अनीता सक्सेना, अनीता पुंडीर, गौरव अग्रवाल, भरोसी रावत, सुभाषिनी बत्र्वाल, आंदोलनकारी मंच मसूरी अध्यक्ष देवी प्रसाद गोदियाल, जयप्रकाश उत्तराखंडी, कांग्रेस नेता जोत सिंह बिष्ट,  पूर्व सभासद केदार सिंह चैहान, गणेश सैली, मनोज सैली, संदीप साहनी, व्यापार संघ अध्यक्ष रजत अग्रवाल, सतीशचंद्र ढौडियाल,ललित बिष्ट, डा सोनिया आनंद रावत, बीरेंद्र सिंह कैंतुरा, भगवती प्रसाद कुकरेती, भगवती सकलानी, उमेश वैश्य,  नर्मदा नेगी, विजय रमोला, अनिल गोदियाल, आरपी बडोनी, प्रदीप भंडारी, कमल भंडारी, सभासद प्रताप पंवार, दर्शन सिंह रावत, नंदलाल सोनकर, नरेन्द्र पडियार, सुनील पंवार , राजीव अग्रवाल, विनोद सेमवाल, आम आदमी पार्टी की और से दीपेंद्र भंडारी, जयगोपाल, शमशेर सिंह शाही, सुमित दयाल, हरपाल खत्री, सुनील पंवार, सहित देहराूदन से बड़ी संख्या में आंदोलनकारी और विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता श्रद्वांजलि देने पहुंचे।
 शहीद स्थल पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में एक बार फिर मंत्री गणेश जोशी की जुबान फिसल गयी व उन्होंने अपने संबोधन में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पूर्व मुख्यमंत्री कह दिया जिससे सभा में लोग सन्न रह गये व हंसी का पात्र बन गये। वहीं कार्यक्रम में मौजूद केद्रीय राज्यमंत्री अजय भटट ने मंत्री गणेश जोशी को टोका व कहा कि पुष्कर सिंह धामी पूर्व नहीं वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। इससे पूर्व भी कई बार मंत्री गणेश जोशी अपने संबोधन में ऐसी त्रुटियां की हैं।
शहीद स्थल मे आयोजित मसूरी गोलीकांड कें शहीदों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व अन्य अतिथियों के जाने के बाद सिफन कोर्ट के बेघरों का उबाल एक बार फिर मंत्री गणेश जोशी पर निकल गया। उन्होंने मंत्री गणेश जोशी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की व रक्षा बंधन पर दिए उपहार छाते, जग, घंडियां आदि की होली जलाई। जिसके कारण कार्यक्रम स्थल पर एक बार फिर माहौल गरमा गया।
 प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी ने मसूरी से लौटते समय गलोगी धार भूस्खलन का निरीक्षण किया व वहां लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को बुलाकर इस बारे में पूरी जानकारी ली कि किस तरह इसका उपचार हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए विशेषज्ञों की टीम से भी निरीक्षण करवाया जायेगा ताकि इस समस्या का समाधान हो सके।

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